यमन के हूती समूह ने जिबूती बंदरगाह से रवाना होने के बाद तीन अमेरिकी सैन्य आपूर्ति जहाजों को निशाना बनाने का दावा किया. हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने एक टेलीविजन बयान में कहा, "हमने अदन की खाड़ी में दो अमेरिकी विध्वंसक जहाजों को भी निशाना बनाया, जो आपूर्ति जहाजों की सुरक्षा कर रहे थे."
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रवक्ता ने कहा कि उनके समूह ने अभियान में कई रॉकेट और बम से लदे ड्रोन का इस्तेमाल किया. उन्होंने दावा किया कि यह हमला सटीक था. उन्होंने दावा किया, "यह 10 दिनों में उन्हीं जहाजों और विध्वंसक जहाजों के खिलाफ दूसरा अभियान है." प्रवक्ता ने यह भी दावा किया कि उनके समूह ने मंगलवार सुबह इजरायल के जाफा और अश्कलोन क्षेत्रों में दो ड्रोनों का उपयोग कर 'इजरायली सैन्य ठिकानों' को निशाना बनाया था.
हूती समूह उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से को नियंत्रित करता है. कथित तौर पर इजरायल के साथ चल रहे संघर्ष के बीच गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए समूह नवंबर 2023 से इजरायल की ओर रॉकेट और ड्रोन लॉन्च कर रहा है. वह लाल सागर में "इजरायल से जुड़ी" शिपिंग को रोक रहा है.
जवाब में, जनवरी से ही जलक्षेत्र में तैनात अमेरिकी-ब्रिटिश नौसैनिक गठबंधन ने हूती ठिकानों पर हवाई हमले और मिसाइल हमले किए हैं, जिसके कारण हूती हमलों में विस्तार हुआ है. इसमें अमेरिकी और ब्रिटिश कमर्शियल जहाज और नौसैनिक जहाज भी शामिल हो गए हैं.