- बांग्लादेश में हिंदुओं को फिर निशाना बनाया गया है. पिरोजपुर जिले में हिंदुओं के कई घरों में आग लगा दी गई
- आधी रात को जब परिवार के लोग सो रहे थे, उपद्रवियों ने बाहर से दरवाजे बंद करके घरों में आग लगा दी
- लोग टिन की चादरों और बांस की बाड़ को काटकर जैसे-तैसे बाहर निकले, लेकिन उनका सामान खाक हो गया
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं को चुन-चुनकर निशाना बनाए जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला पिरोजपुर जिले से सामने आया है. यहां उपद्रवियों ने हिंदुओं के 5-6 घरों को आग के हवाले कर दिया. घटना उस वक्त हुई, जब परिवार के लोग अंदर सो रहे थे. इतना ही नहीं बाहर से दरवाजे भी बंद कर दिए ताकि लोग निकल न पाएं. परिवार के लोगों ने जैसे-तैसे निकलकर जान बचाई. इस खौफनाक घटना ने एक बार फिर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
आधी रात को रची गई खौफनाक साजिश
बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की पीट-पीटकर हत्या और जलाए जाने की खौफनाक घटना के बाद ये वारदात सामने आई है. पिरोजपुर जिले के डुमरीतला गांव में यह घटना 27 दिसंबर को आधी रात के बाद हुई. गांव में रहने वाले साहा परिवार के लिए 27 दिसंबर की रात किसी बुरे सपने जैसी रही. रिपोर्ट्स बताती हैं कि हमलावरों ने सुनियोजित तरीके से हिंदुओं के घरों को घेर लिया. न सिर्फ कमरों में कपड़े ठूंसकर आग लगा दी बल्कि भागने से रोकने के लिए घर के दरवाजों को बाहर से ताले भी लगा दिया. परिवार वालों की आंख खुली तो देखा पूरा घर आग की लपटों से घिरा हुआ था.
बाल-बाल बची आठ जिंदगियां
खबरों के मुताबिक, हमले के वक्त दो घरों में हिंदू परिवार के कुल आठ सदस्य अंदर मौजूद थे. घर के अंदर आग की लपटें धधक रही थीं और बाहर से दरवाजे बंद थे. इसकी वजह वो अंदर फंस गए थे. मौत को सामने देख परिवार के सदस्यों ने हिम्मत दिखाई और टिन की चादरों व बांस की बाड़ को काटकर जैसे-तैसे बाहर निकले. वो अपनी तो जान बचाने में तो सफल रहे लेकिन पूरा घर और उसमें रखा सामान सब कुछ खाक हो गया.
दहशत के साये में परिवार, साधी चुप्पी
इस घटना से साहा परिवार गहरे सदमे और डर में है. परिवार इस कदर खौफ में है कि मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं. एनडीटीवी ने ढाका से साहा परिवार से फोन पर बात की, लेकिन डर की वजह से उन्होंने कुछ भी जानकारी देने से इनकार कर दिया और सिर्फ इतना कहा कि उन्हें नहीं पता कि आग कैसे लगी. पुलिस घटना की जांच कर रही है.
पुलिस ने 5 संदिग्धों को गिरफ्तार किया
घटना के बाद पिरोजपुर के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मंजूर अहमद सिद्दीकी ने घटनास्थल का दौरा कर पीड़ित परिवार को इंसाफ का भरोसा दिलाया. पुलिस ने अब तक इस मामले में पांच संदिग्धों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें स्थानीय लोग भयंकर आग बुझाने की कोशिश करते दिख रहे हैं.
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