पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सोमवार को घोटकी जिले के डहारकी शहर से दो किलोमीटर दूर रहने वाले दहर समुदाय के प्रभावशाली तत्वों ने एक हिंदू व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, व्यापारी सतन लाल की सोमवार को घोटकी जिले में जमीन के एक टुकड़े को लेकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने मौके पर मौजूद लाल के दोस्त मुखी अनिल कुमार के हवाले से बताया, "सतन लाल की जमीन पर एक कपास की फैक्ट्री और आटा चक्की का उद्घाटन हो रहा था, जहां कुछ लोगों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी."
उन्होंने कहा, "हमने शुरू में सोचा कि यह समुदाय के आध्यात्मिक गुरु सेन साधराम साहब का स्वागत करने के लिए हवाई फायरिंग थी."
कुछ महीनों पहले सतन लाल का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्हें कहते सुना जा सकता था, "वे मुझे जान से मारने, मेरी आंखें फोड़ने और मेरे हाथ-पैर काटने की धमकी दे रहे हैं. वे मुझे पाकिस्तान छोड़ने के लिए कह रहे हैं. मैं इस देश का हूं और यहीं मरना पसंद करूंगा, लेकिन आत्मसमर्पण नहीं करूंगा."
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उन्होंने आगे कहा, "सड़क के किनारे की जमीन मेरी है और मैं इसे क्यों छोड़ दूं?" लाल ने पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश और अन्य अधिकारियों से उन्हें न्याय दिलाने का अनुरोध किया था और साथ में उन लोगों के नाम भी लिए थे जो उन्हें मारने की धमकी दे रहे थे.
हिंदू व्यवसायी की हत्या के विरोध में मंगलवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया. धरने के बाद पुलिस ने लाल की हत्या के आरोपी सरगना बचाल दाहर और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले अपराधियों को पकड़ने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसी पर दबाव बनाने के प्रयास में स्थानीय लोगों ने डहारकी पुलिस के सामने धरना दिया था.
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) सुक्कुर ने कहा कि घटना में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और प्रदर्शनकारियों ने अब राजमार्ग को खाली कर दिया है.
यह विवाद दो एकड़ जमीन को लेकर शुरू हुआ था. इलाके के स्थानीय पत्रकारों ने दावा किया कि करीब आठ साल पहले कुछ लोगों ने सतन लाल को गोली मारकर घायल कर दिया था. वहीं हाल ही कुछ महीने पहले भी सतन लाल पर हमला हुआ था.
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पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के विधायक खेल दास कोहिस्तानी ने कहा कि सिंध में सह-अस्तित्व की छवि को धूमिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं, यहां हिंदू और मुसलमान सदियों से शांति से रहते हैं. पीएमएल-एन नेता ने दावा किया कि हिंदू समुदाय की लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया और लोगों का अपहरण कर उनकी हत्या की जा रही थी.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार सूबे में रहने वाले अल्पसंख्यकों को सुरक्षा नहीं देने पर स्थिति नियंत्रण से बाहर होने पर जोर देते हुए कोहिस्तानी ने मुख्यमंत्री, पुलिस महानिरीक्षक और अन्य से स्थिति का संज्ञान लेने और पीड़ित हिंदू परिवारों को न्याय और सुरक्षा प्रदान करने का आग्रह किया.
यह घटना जनवरी की शुरुआत में पाकिस्तान के सिंध प्रांत के अनाज मंडी में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा 44 वर्षीय हिंदू व्यवसायी सुनील कुमार की गोली मारकर हत्या करने के बाद हुई थी. सतन लाल और सुनील कुमार पर हाल के हमले पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से हिंदुओं, अहमदिया और ईसाइयों के खिलाफ निरंतर अत्याचार का एक और उदाहरण हैं. हाल के वर्षों में, पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में वृद्धि हुई है. अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा नहीं करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा देश की आलोचना की गई है.