"हमास ने अस्पताल और लोगों को बनाया ढाल", गाजा के अस्पताल पर कार्रवाई के बीच IDF

उत्तरी ग़ाज़ा में इज़रायल की सेना और हमास के लड़ाकों के बीच भीषण जंग जारी है. इज़रायल डिफेंस फ़ोर्स ने दावा किया है कि वह एक ऐसी भूमिगत सुरंग में घुस चुकी है जिसका इस्तेमाल हमास के आतंकवादी अपने ऑपरेशन के लिए कर रहे थे.

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इजरायली सेना ने गाजा के अस्पताल के कुछ हिस्सों पर शुरू की अपनी कार्रवाई

नई दिल्ली:

इजरायल- हमास युद्ध के बीच इजरायली सेना गाजा के अल शिफा अस्पताल में अपना सैन्य अभियान चला रहा है. IDF (इजरायल डिफेंस फोर्स) के अनुसार उनकी सेना अस्पताल के कई हिस्सों में सैन्य कार्रवाई कर रही है. इजरायल का दावा है कि उसने खुफिया जानकारी के आधार पर ये कार्रवाई की है. इजरायल ने अपने दावे को लेकर तस्वीरें भी जारी की हैं. IDF ने अपने बयान में कहा है कि हमास ने अस्पताल और लोगों को ढाल बनाया हुआ है. इजरायल ने गाजा को चेतावनी दी है और कहा कि वो अगले 12 घंटे के भीतर अस्पतालों से सैन्य कार्रवाई रोके. 

उत्तरी गाजा में भीषण जंग जारी है

बता दें कि उत्तरी ग़ाज़ा में इज़रायल की सेना और हमास के लड़ाकों के बीच भीषण जंग जारी है. इज़रायल डिफेंस फ़ोर्स ने दावा किया है कि वह एक ऐसी भूमिगत सुरंग में घुस चुकी है जिसका इस्तेमाल हमास के आतंकवादी अपने ऑपरेशन के लिए कर रहे थे. आईडीएफ़ के मुताबिक़ इस सुरंग का दूसरा सिरा रनतीसी अस्पताल में खुलता है. आईडीएफ़ प्रवक्ता का कहना है कि इस सुरंग में हमास ने इज़रायली बंधकों को रखा था.

IDF ने सुरंगों का भी जारी किया वीडियो

आईडीएफ़ ने रनतीसी के साथ साथ शिफ़ा अस्पताल से जुड़े सुरंग का भी वीडियो जारी किया है जिसमें उसके प्रवक्ता डैनियल हगारी सुरंग के अंदर मौजूद सुविधाओं और बरामद हथियारों का ब्योरा दे रहे हैं. इस वीडियो के ज़रिए इज़रायल ने एक बार फिर साबित करने की कोशिश की है कि हमास अस्पतालों का इस्तेमाल अपनी गतिविधियों को चलाने के लिए कर रहा है. 

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अस्पताल पर हमले को लेकर इजरायल की आलोचना

शिफ़ा अस्पताल ग़ाज़ा का सबसे बड़ा अस्पताल है जहां मरीज तो भर्ती हैं ही, हज़ारों की तादाद में लोगों ने शरण ले रखी है. बड़ी तादाद में बच्चे भी यहां भर्ती हैं. इज़रायल ने एक और वीडियो जारी किया है जिसमें इज़रायल की एक स्वास्थ्यकर्मी शिफ़ा हॉस्पीटल में भर्ती बच्चों की मदद के लिए इनक्यूबेटर्स भेजने की बात कर रही है. शिफ़ा अस्पताल पर हमले को लेकर इज़रायल की बड़ी आलोचना हो रही है. इसे युद्ध अपराध के तौर पर देखा जा रहा है. लेकिन इज़रायल को इससे कोई फ़र्क पड़ता नज़र नहीं आ रहा.

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यहां जारी घमासान के बीच हज़ारों लोग यहां से भागने को मजबूर हुए हैं. लेकिन बड़ी तादाद में मरीज़, ख़ासतौर पर छोटे छोटे बच्चे यहां फंसे हुए हैं. इज़रायल लगातार और बार बार कह रहा है कि अस्पतालों में लोगों को मानव ढ़ाल बना कर हमास अपनी गतिविधियां चला रहा है. यूरोपीय यूनियन के देशों ने लड़ाई में अस्पतालों के इस्तेमाल और लोगों को मानव ढ़ाल बनाने के लिए हमास की आलोचना की है. 

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"शिफ़ा अस्पताल को हमें बचाना चाहिए"

उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि शिफ़ा हॉस्पीटल को बचाया जाना चाहिए और इज़रायल को यहां अपनी कार्रवाई सीमित रखनी चाहिए. विश्व स्वास्थ्य संगठन के महा निदेशक के मुताबिक़ शिफ़ा हॉस्पीटल 3-4 दिनों से बिना बिजली और पानी के है। इसके कैंपस में भारी लड़ाई जारी है। 

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ग़ाज़ा की आबादी 23 लाख के क़रीब है. उत्तरी ग़ाज़ा के 11 लाख लोगों में से अधिकतर को अपना घर बार छोड़ने को मजबूर होना पड़ा है. इज़रायल ने ये कहते हुए उनको दक्षिणी ग़ाज़ा भेज दिया है वे हमले के शिकार न बनें. हालांकि हमास की तरफ़ से जारी आंकड़ों के मुताबिक़ इज़राइल के हमलों में 11 हज़ार से अधिक आम लोगों को मौत हो चुकी है जिसमें साढ़े चार हज़ार से अधिक बच्चे और तीन हज़ार से अधिक महिलाएं हैं. 28 हज़ार से अधिक लोग घायल हैं. फ़िलिस्तीनी ऑथोरिटी ने कहा है कि इज़राइल ने जबालिया कैंप पर फिर हमला किया है जिसमें 31 लोगों की मौत हुई है. इज़रायल के ज़मीनी अभियान में अब तक 46 इज़रायली सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की गई है. 

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