AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रीस नाव हादसे (Greece Boat Tragedy) में सैकड़ों प्रवासियों के डूबने की आशंका के कुछ दिनों बाद पाकिस्तान के अधिकारियों ने रविवार को 10 कथित मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है. वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी कर सोमवार, 19 जून को राजकीय शोक दिवस घोषित किया है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने लोगों की तस्करी (Human Trafficking) में लगे एजेंटों पर तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया है और कहा है कि उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी.
नाव पर 400 से 750 लोगों के सवार होने का अनुमान
स्थानीय मीडिया ने कहा कि बुधवार को ग्रीस के पेलोपोनिसे प्रायद्वीप के पास एक जंग लगी ट्रॉलर के डूबने से कम से कम 300 पाकिस्तानी नागरिक मारे गए . अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन और संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के एक संयुक्त बयान के अनुसार, इस नाव पर 400 से 750 लोगों के सवार होने का अनुमान है.
अधिकारियों ने कहा कि नौ लोगों को पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में हिरासत में लिया गया, जो कि अधिकांश पीड़ितों का घर है. जबकि एक को गुजरात से हिरासत में लिया गया. यह एक ऐसा शहर जो लंबे समय से प्रवासियों के लिए स्प्रिंगबोर्ड के रूप में काम करता है. पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के एक स्थानीय अधिकारी चौधरी शौकत ने तस्करों को पकड़ने की पूरी प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने में मदद की.
नाव हादसे में 12 पाकिस्तानी नागरिकों की बची जान
वहीं, शनिवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि 12 नागरिक बच गए हैं, लेकिन नाव पर कितने लोग सवार थे, इसकी कोई जानकारी नहीं है. जबकि एक इमिग्रेशन ऑफिसर ने नाम न छापने की शर्त पर एएफपी को बताया कि यह आंकड़ा 200 से अधिक हो सकता है.
इन वजहों से हजारों पाकिस्तानी देश छोड़ने को मजबूर
आपको बता दें कि राजनीतिक उथल-पुथल और अर्थव्यवस्था के पतन के कगार पर पहुंचने की वजह से हजारों पाकिस्तानियों को कानूनी और अवैध रूप से देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है. हर साल, हजारों युवा पाकिस्तानी बेहतर जीवन की तलाश में अवैध रूप से यूरोप में प्रवेश करने का प्रयास करते हुए खतरनाक यात्रा पर निकलते हैं.