पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को घोषणा की कि उनकी सरकार अगले महीने अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले एक कार्यवाहक सरकार को सत्ता सौंप देगी. प्रधानमंत्री के बयान से संकेत मिलता है कि कार्यकाल पूरा होने से कुछ दिन पहले नेशनल असेंबली भंग होने जा रही है. ऐसे में नवंबर में आम चुनाव कराए जा सकते हैं.
कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी, जो 13 अगस्त को समाप्त हो रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि शहबाज ने अपने सहयोगी दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता आसिफ अली जरदारी की सलाह के कारण यह फैसला किया.
पीपीपी के एक वरिष्ठ नेता ने रविवार को बताया, ‘‘जरदारी ने शनिवार को प्रधानमंत्री शहबाज के साथ बैठक में उनसे सरकार का कार्यकाल पूरा होने से कुछ दिन पहले नेशनल असेंबली को भंग करने के लिए कहा, ताकि नवंबर में चुनाव हो सकें.'' संविधान के तहत, यदि नेशनल असेंबली अपना कार्यकाल पूरा कर लेती है, तो 60 दिनों के भीतर चुनाव कराने होते हैं, लेकिन अगर असेंबली समय से पहले भंग हो जाती है, तो सरकार को चुनाव कराने के लिए 90 दिन का समय मिल जाएगा.
नेशनल असेंबली का पांच साल का कार्यकाल 12 अगस्त, 2018 को इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सत्ता में आने के साथ शुरू हुआ और शहबाज के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के साथ पूरा होने वाला है. सियालकोट में लैपटॉप वितरण समारोह को संबोधित करते हुए शहबाज ने कहा, ‘‘हमारी सरकार अगले महीने अपना कार्यकाल पूरा करेगी. हमें उम्मीद है कि कार्यकाल पूरा होने से पहले हम सत्ता सौंप देंगे और नयी अंतरिम सरकार कार्यभार संभालेगी.'' शहबाज ने कहा कि अगर उनकी पार्टी (पीएमएल-एन) आगामी आम चुनाव जीतती है, तो यह देश की तकदीर बदल देगी.