गोल्डन टॉयलेट- एक लूट कथा! चर्चिल के महल में लगा था ₹51 करोड़ का आर्ट, अब पता चला 5 मिनट में कैसे हुई चोरी… 

Gold toilet theft in UK: 5 चोरों ने प्रदर्शनी के बीच 5 मिनट में चुरा लिया था 98 किलो का गोल्डन टॉयलेट, जानिए कैसे दिया अंजाम

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Gold toilet theft in UK: 5 चोरों ने प्रदर्शनी के बीच 5 मिनट में चुरा लिया था गोल्डन टॉयलेट

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानंत्री  विंस्टन चर्चिल ने जिस महल में जन्म लिया हो, वहां आप जाएंगें तो क्या करेंगे? शायद उसके जरिए इतिहास को समझने की कोशिश करें या अच्छी-अच्छी सेल्फी निकालें. लेकिन 5 चोर पहुंचे तो उन्होंने वहां लगा सोने का टॉयलेट सीट ही चुरा लिया. 98 किलो का यह टॉयलेट 18 कैरेट के सोना का बना था और इसकी कीमत 51 करोड़ से भी अधिक की थी. अब यह टॉयलेट नहीं बचा है, उसे छोटे-छोटे हिस्सों में काटकर चोरों ने बेच दिया है. अब इस केस में एक नया मोड़ आया है.

एक 37 वर्षीय व्यक्ति को इस आलीशान अंग्रेजी घर से गोल्डन टॉयलेट चुराने में उसकी भूमिका के लिए सोमवार को दो साल की सस्पेंडेंड जेल की सजा दी गई. यानी उसे जेल नहीं जाना पड़ेगा. चलिए जानते हैं कि इस चोरी में इस व्यक्ति की क्या भूमिका थी.

गोल्डन टॉयलेट की चोरी कैसे हुई?

सितंबर 2019 में ऑक्सफोर्ड के पास विंस्टन चर्चिल के जन्मस्थान ब्लेनहेम पैलेस में एक प्रदर्शनी लगी थी. केवल पांच मिनट में यह 18 कैरेट की कलाकृति (टॉयलेट सीट एक कलाकृति थी) चोरी हो गई थी.

यानी यह गोल्डन टॉयलेट एक तरह का मॉडर्न आर्ट था और इसका नाम था "अमेरिका". इसे इटली के कलाकार मौरिजियो कैटेलन ने बनाया था और 18 वीं शताब्दी के इस महल में एक प्रदर्शनी में स्टार आकर्षणों में से एक के रूप में प्रदर्शित की गई थी. वैसे आप मौरिजियो कैटेलन को ‘दीवार पर डक्ट टेप से चिपकाए गए केले' वाले मॉर्डन आर्ट से शायद जानते हों जिसे 2024 में न्यूयॉर्क में नीलामी में 6.2 मिलियन डॉलर में बेचा गया था.

अब बात फिर गोल्डन टॉयलेट की. इसका वजन लगभग 98 किलोग्राम (216 पाउंड) था, और इसका इंश्योरेंस (बीमा) 6 मिलियन डॉलर में किया गया था. इसे 20 किलोग्राम सोने से बनाया गया था, जिसकी कीमत लगभग 2.8 मिलियन पाउंड थी. इसे एक ग्लैमरस प्रदर्शनी लॉन्च पार्टी के कुछ ही घंटों बाद हथौड़े से लैस चोरों ने चुरा लिया. 

सरकारी वकीलों ने कोर्ट में कहा कि चोरी के तुरंत बाद गोल्डन टॉयलेट को तोड़ दिया गया था या पिघला दिया गया और उसके अलग अलग हिस्सों को बेच दिया गया था. सोना बरामद नहीं हुआ है.

अब  जिस 37 साल के फ्रेडरिक डो पर फैसला सुनाया गया है, उसने इन सोने को बेचने में चोरों की मदद की थी.जज ने कहा कि फ्रेडरिक डो का आभूषण उद्योग में कई कनेक्शन हैं और इसी लिए चोरों ने उससे संपर्क किया. संपर्कों के लिए "लक्षित" किया गया था।

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37 साल के फ्रेडरिक डो को मार्च में क्रिमिनल प्रॉपर्टी को ट्रांसफर करने की साजिश का दोषी पाए जाने के बाद 21 महीने की निलंबित सजा दी गई थी और 240 घंटे के बिना वेतन के काम को पूरा करने का आदेश दिया गया था.

डो को 39 वर्षीय माइकल जोन्स के साथ दोषी पाया गया था, जिसे चोरी का दोषी ठहराया गया था. एक अन्य व्यक्ति, 40 वर्षीय जेम्स शीन को चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया है. कोर्ट में बताया गया कि शीन ने चोरी के दो दिन बाद पहली बार फ्रेडरिक डो से संपर्क किया और पूछा कि क्या वह उसे कुछ सोना बेचने में मदद कर सकता है.

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डो ने एक व्हाट्सएप मैसेज में शीन को जवाब दिया: "मैं सिर्फ उस आदमी को जानता हूं जिसे तूमको देखना है." ऐसा माना जाता है कि शीन सितंबर 2019 को टॉयलेट आर्टवर्क में से 20 किलो सोना निकालकर बर्मिंघम ज्वेलरी क्वार्टर में ले गया और इसे £26,000 प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेच दिया. यानी उसे कुल £520,000 की कमाई हुई.

जोन्स ने पहले कहा था कि उन्होंने गोल्डन टॉयलट की चोरी से एक दिन पहले ब्लेनहेम पैलेस में उस टॉयलेट का उपयोग किया था. यह पूछा गया कि उसका उपयोग करके कैसा लगा, उसने अदालत को बताया कि यह "शानदार" था.
 

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