यूरोप के देशों में बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई है. विनाशकारी बाढ़ ने कई गांवों को तहस-नहस कर दिया है. आपदा में यूरोप में कम से कम 150 लोगों की मौत हुई है. मरने वालों में ज्यादातर पश्चिमी जर्मनी के हैं. पश्चिमी जर्मनी में शुक्रवार को मलबा हटाने के दौरान भी कई लोगों के शव मिले हैं. कुछ इलाकों में सड़कें और घर पानी में डूब गए, जबकि बाढ़ का पानी गुजरने के बाद भीगी सड़कों पर भारी संख्या में कारें पलटी हुई दिखीं. कुछ जिले पूरी तरह से कट गए.
राइनलैंड-पैलेटिनेट राज्य के बैड न्यूएनहर में 21 वर्षीय डेकोरेटर एग्रोन बेरिशा ने एएफपी को बताया, "15 मिनट के भीतर सब कुछ पानी के नीचे था." "हमारा फ्लैट, हमारा कार्यालय, हमारे पड़ोसियों के घर, हर जगह पानी ही पानी था."
पास के शुल्ड में रहने वाले 65 वर्षीय हैंस-डाइटर व्रेनकेन ने कहा, "कारें बह गईं, पेड़ उखड़ गए, घर तबाह हो गए." उन्होंने कहा, "हम यहां 20 से अधिक वर्षों से शुल्ड में रह रहे हैं और हमने कभी ऐसा कुछ अनुभव नहीं किया है."
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रीनलैंड-पैलेटिनेट के आंतरिक मंत्री रोजर लेवेंट्ज़ ने बिल्ड को बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है. आने वाले दिनों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तलाशी अभियान जारी रहेगा. उन्होंने कहा, "तलाशी अभियान व मलबा हटाने के दौरान हम ऐसे लोगों से मिलते रहते हैं जिन्होंने इन बाढ़ों में अपनी जान गंवाई है."
शुक्रवार शाम तक राज्य में पांच और मृत पाए जाने के साथ राष्ट्रव्यापी मृत्यु संख्या 108 हो गई है. बाढ़ के बाद उत्तरी राइन-वेस्टफेलिया (NRW) के एरफ़स्टाट शहर में आए भूस्खलन में भी कई लोगों के मारे जाने की आशंका है.
बेल्जियम में सरकार ने पुष्टि की कि मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है. एक क्षेत्र में 21,000 से अधिक लोग बिजली के बिना रहने को मजबूर हुए. प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी क्रू ने मंगलवार को राष्ट्रीय शोक घोषित करते हुए कहा कि यह बाढ़ संभवतः हमारे देश में अब तक की सबसे भयावह आपदा है.
लक्ज़मबर्ग और नीदरलैंड भी भारी बारिश से प्रभावित हुए, कई इलाकों में पानी भर गया और मास्ट्रिच शहर में हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया. जर्मनी के राइनलैंड-पैलेटिनेट के अहरवीलर जिले में कई घर पूरी तरह से ढह गए. बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित शहरों में से एक यूस्किरचेन में कम से कम 24 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है.
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चांसलर एंजेला मर्केल ने गुरुवार देर रात वाशिंगटन से कहा, "मुझे डर है कि आने वाले दिन हमें और आपदाओं से सामना कराएंगे." उन्होंने कहा, "मेरी सहानुभूति और मेरा दिल उन सभी के साथ है जिन्होंने इस आपदा में अपने प्रियजनों को खो दिया है, या जो अभी भी लापता लोगों के बारे में चिंतित हैं."