- इजरायली सेना ने गाजा में हमास के ठिकानों पर बमबारी बंद करने का फैसला ट्रंप की चेतावनी के बाद लिया है
- हमास ने डोनाल्ड ट्रंप के गाजा पीस प्लान को स्वीकार करते हुए स्थायी शांति के लिए तैयारी जताई है
- PM नेतन्याहू ने ट्रंप की योजना के पहले चरण के तत्काल कार्यान्वयन के लिए तैयार होने की पुष्टि की है
इजरायली सेना अब गाजा में हमास के ठिकानों पर बम नहीं बरसाएगी, साथ ही हमास भी इजरायली बंधकों को करीब दो साल बाद रिहा करने को तैयार है, ये सब हुआ है डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद. हमास ने डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए गाजा को लेकर उनके पीस प्लान को स्वीकार कर लिया है. गाजा पीस प्लान को लेकर अब ट्रंप की दुनियाभर में तारीफ हो रही है. पीएम मोदी ने भी उनकी इस पहल को सराहा है. वहीं, इन सब के बीच इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने भी ट्रंप के इस ऐलान के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है.
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने शनिवार देर रात एक असाधारण बयान जारी कर कहा कि इजरायल ट्रंप की योजना के पहले चरण के तत्काल कार्यान्वयन के लिए तैयार है, जिसके तहत सभी बंधकों की रिहाई शामिल हैं. पीएम नेतन्याहू के कार्यालय ने आगे कहा कि इजरायल के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी टीम के साथ मिलकर युद्ध खत्म करे लिए काम जारी रखेंगे, ताकि यह इजरायल के सिद्धांतों और ट्रंप की दृष्टि के अनुरूप हो.
शांति के लिए तैयार है हमास - ट्रंप
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को घोषणा कि कि हमास स्थायी शांति के लिए तैयार है. उन्होंने पहली बार सार्वजनिक रूप से इजरायल से तुरंत गाजा पर हमले बंद करने का आह्वान किया.
शर्तों पर ही होगी बंधकों की रिहाई
बंधकों की रिहाई को लेकर हमास ने शर्तें भी रखी हैं. हमास ने कहा कि आवश्यक जमीनी परिस्थितियों के पूरा होने पर ही ये संभव होगा. हालांकि, हमास ने इन जमीनी परिस्थितियों के बारे में विस्तार से कुछ भी नहीं बताया है. लेकिन संकेत जरूर दिए कि यदि हालात अनुकूल न हुए तो सभी 48 बंधकों को 72 घंटों में रिहा करना मुश्किल हो सकता है.