अपने पांच दिवसीय रूसी दौरे के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने बताया कि भारत और रूस (India and Russia) ने मंगलवार को तमिलनाडु में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की भविष्य की बिजली उत्पादन इकाइयों (Power generation units) के निर्माण से संबंधित कुछ बहुत महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए. एस जयशंकर ने समुदाय को संबोधित करने के दौरान यह घोषणा की. उन्होंने कहा, "आज हमने कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र (NPP) की भविष्य की इकाइयों से संबंधित कुछ बहुत महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए."
बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने पांच दिवसीय रूस दौरे पर हैं. इस दौरान वे रूस के नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे. कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Kudankulam Nuclear Power Plant) रूस की तकनीकी सहायता से तमिलनाडु में बनाया जा रहा है. जिसके लिए भारत और रूस ने कई समझौते किए
जयशंकर ने रूस को बताया 'विशेष भागीदार'
जयशंकर ने समुदाय को संबोधित करते हुए रक्षा, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष जैसे कुछ क्षेत्रों में रूस को विशेष भागीदार बताया. उन्होंने कहा, "रक्षा, अंतरिक्ष और परमाणु (ऊर्जा) के क्षेत्रों में उन देशों के साथ सहयोग किया जाता है, जिनके साथ आपका उच्च स्तर का भरोसा है." जयशंकर ने यह भी कहा कि दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि भारत और यूरेशियन आर्थिक क्षेत्र के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर व्यक्तिगत बातचीत शुरू की जाएगी. इसके लिए दोनों देशों की वार्ता टीमें अगले साल जनवरी के अंत तक बातचीत के लिए मिलेंगी.
ये भी पढ़ें - दिल्ली में इज़रायली दूतावास के पास सुना गया 'जोरदार धमाका', जांच में जुटी पुलिस
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)