नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ईरान के अपने समकक्ष हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ लाल सागर में उभरती सुरक्षा स्थिति समेत कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सोमवार से तेहरान की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे. लाल सागर को दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण जलमार्गों में से एक माना जाता है.
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि दोनों मंत्री द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे. मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर 14 से 15 जनवरी तक ईरान का दौरा करेंगे. बयान में कहा गया है, ‘‘वह ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे.''
जयशंकर की तेहरान यात्रा इजराइल-हमास संघर्ष के बीच लाल सागर में व्यापारिक जहाजों को हुती विद्रोहियों द्वारा निशाना बनाए जाने पर बढ़ती वैश्विक चिंताओं की पृष्ठभूमि में हो रही है. भारत लाल सागर में उभरती सुरक्षा स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है.
जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के बीच बृहस्पतिवार को फोन पर हुई बातचीत में यह मुद्दा उठा था. भारतीय नौसेना ने उत्तर और मध्य अरब सागर सहित महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों में समुद्री वातावरण को ध्यान में रखते हुए समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए अपने अग्रिम पंक्ति के जहाजों और निगरानी विमानों की तैनाती पहले ही बढ़ा दी है.
जयशंकर और अमीर-अब्दुल्लाहियन के चाबहार बंदरगाह के माध्यम से क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने पर भी विचार-विमर्श करने की संभावना है.