अमेरिका में फ्लोरिडा के एक 14 वर्षीय देव शाह 'नेशनल स्पेलिंग बी' खिताब जीत लिया है. गुरुवार की रात 2023 स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी खिताब जीतने वाले देव शाह को पुरस्कार स्वरूप 50,000 डॉलर(लगभग 41 लाख रुपये) मिले. देव शाह ने Psammophile शब्द के सही हिज्जे (स्पेलिंग) बताकर ये खिताब अपने नाम कर लिया. इस मौके पर देव शाह ने कहा कि उनके पैर अभी तक कांप रहे हैं. उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा कि ये खिताब उनके नाम हो गएए हैं. बता दें कि देव शाह का यह नेशनल स्पेलिंग बी' खिताब जीतने का तीसरा और अंतिम अवसर था.
शाह ने तीसरी बार इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. इससे पहले, वह 2019 और 2021 में इस प्रतियोगिता में शामिल हो चुके हैं. मालूम हो कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण 2020 में इस प्रतियोगिता का आयोजन नहीं किया गया था.
बता दें कि देव शाह का यह नेशनल स्पेलिंग बी' खिताब जीतने का तीसरा और अंतिम अवसर था. देव शाह ने मैरीलैंड में हुई इस प्रतियोगिता को जीतने के बाद कहा, "क्या ये सच है! मेरे पैर अभी भी कांप रहे हैं." देव शाह ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण वह पिछले साल क्षेत्रीय ‘स्पेलिंग बी' प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाए थे. लेकिन कड़ी मेहनत से उन्होंने इस साल ‘स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी' का खिताब अपने नाम किया.
Psammophile शब्द के मायने
समाचार पत्र ‘वाशिंगटन पोस्ट' की खबर के अनुसार, शाह ने ‘सैमोफाइल' का सही हिज्जे बताकर इस प्रतियोगिता में जीत दर्ज की. ‘सैमोफाइल' रेतीले क्षेत्रों में पाए जाने वाले पौधे या जानवर होते हैं. समाचार पत्र ‘न्यूयॉर्क टाइम्स' की खबर के अनुसार, शाह तुरंत ही इस शब्द को पहचान गए थे, लेकिन फिर भी पूरी तरह से संतुष्ट होने के लिए उन्होंने इससे जुड़े कुछ सवाल पूछे. उन्होंने पूछा, ‘‘ग्रीक में सैमो का मतलब रेत है?'' और ‘‘फाइल का मतलब प्यार है?''
दुनिया भर से इस स्पेलिंग प्रतियोगिताओं में 11 मिलियन लोगों ने हिस्सा लिया था, जिसमें से सिर्फ ग्यारह छात्रों ने फाइनल में जगह बनाई थी. इस प्रतियोगिता का शुरुआती मुकाबला मंगलवार से शुरू हुआ था, जबकि क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल बुधवार को शुरू हुए.
शाह की जीत के बाद उनके माता-पिता बेहद भावुक नजर आए. उनकी मां ने कहा कि वह पिछले चार साल से इसके लिए मेहनत कर रहा था. प्रारंभिक दौर की प्रतियोगिता मंगलवार को आयोजित की गई, जबकि क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल बुधवार को हुए. वर्जीनिया के अर्लिंगटन की रहने वाली शैर्लट वॉल्श (14) इस प्रतियोगिता में उपविजेता रहीं.
‘स्पेलिंग बी' में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के छात्र हिस्सा लेते हैं। यह शब्दों के सही हिज्जे बताने से जुड़ी प्रतियोगिता है. ‘नेशनल स्पेलिंग बी' प्रतियोगिता की शुरुआत 1925 में की गई थी.