यूक्रेन में युद्ध के बीच आकाश में दिखाई दी चमकीली चीज, NASA ने पहले ही कर दिया था सतर्क

यूक्रेन में युद्ध के दौरान आकाश में एक सेटेलाइट दिखाई दिया. नासा ने सप्ताह की शुरुआत में घोषणा की थी कि 660 पाउंड (300 किलोग्राम) का एक उपग्रह बुधवार को किसी समय वातावरण में फिर से प्रवेश करेगा.

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यह घटना नासा के एक अंतरिक्ष उपग्रह के पृथ्वी पर गिरने का परिणाम थी
कीव:

यूक्रेन में रूस से जारी जंग के दौरान कीव के आसमान में एक तेज प्रकाश ने लोगों को डरा दिया. हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को यूक्रेन की राजधानी कीव के ऊपर आकाश में तेज प्रकाश, 'हवाई हमले की चेतावनी' नहीं, बल्कि नासा के उपग्रह के पृथ्‍वी के वातावरण में प्रवेश करने के कारण हुआ था. कीव के सैन्य प्रशासन के प्रमुख सर्गी पोपको ने टेलीग्राम पर कहा, "प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह घटना नासा के एक अंतरिक्ष उपग्रह के पृथ्वी पर गिरने का परिणाम थी."

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने इस सप्ताह की शुरुआत में घोषणा की थी कि 660 पाउंड (300 किलोग्राम) का एक उपग्रह बुधवार को किसी समय वातावरण में फिर से प्रवेश करेगा. इसका अंतरिक्ष की कक्षा में रहने का समय समाप्‍त हो चुका है.

हवाई हमले की चेतावनी...!
नासा ने कहा कि RHESSI अंतरिक्ष यान, जिसका उपयोग सौर ज्वालाओं का निरीक्षण करने के लिए किया जाता है, को 2002 में पृथ्वी की निचली कक्षा में लॉन्च किया गया था और 2018 में सेवामुक्त कर दिया गया. पोपको ने कहा कि रात करीब 10 बजे (1900 जीएमटी) कीव के ऊपर आकाश में एक 'तेज प्रकाश' देखा गया. इसके बाद हवाई हमले की चेतावनी सक्रिय कर दी गई थी, लेकिन 'वायु रक्षा ऑपरेशन में नहीं थी.'

सोशल मीडिया पर मीम्‍स की आई बाढ़
कुछ ही समय बाद, यूक्रेनी वायु सेना ने भी कहा कि फ्लैश 'उपग्रह/उल्कापिंड' के गिरने से संबंधित था. कई चैनलों द्वारा कीव के ऊपर आकाश में एक तेज प्रकाश को प्रदर्शित करने वाले वीडियो पोस्ट किए जाने के बाद यूक्रेनी सोशल मीडिया पर अटकलों और मीम्स की बाढ़ आ गई. इसके बाद वायु सेना को कहना पड़ा- "कृपया मीम्स बनाने के लिए वायु सेना के आधिकारिक प्रतीक का उपयोग न करें!.

नासा ने पहले ही दे दी थी चेतावनी...
नासा ने सोमवार को एक बयान में कहा कि उसे उम्मीद है कि रियूवेन रामाटी हाई एनर्जी सोलर स्पेक्ट्रोस्कोपिक इमेजर अंतरिक्ष यान वायुमंडल में प्रवेश करते ही जल जाएगा. नासा ने कहा, "लेकिन कुछ घटकों के फिर से जीवित रहने की उम्मीद है. हालांकि, नासा ने साफ कर दिया था कि इससे पृथ्वी पर किसी को भी नुकसान का जोखिम बेहद कम है.

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