इजरायल ने गुरुवार को गाजा पर हवाई हमला किया. इस हमले में कई लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. मृतकों और घायलों की संख्या में इजाफा दर्ज किया जा सकता है, क्योंकि बताया जा रहा है कि कई लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं, जिन्हें निकालने की प्रक्रिया जारी है. वहीं, इन मृतकों में पांच पत्रकार भी शामिल हैं, जो अल-अवदा अस्पताल के कवरेज के लिए आए थे. लेकिन, इजरायल के इस हवाई हमले में अस्पताल के आसपास स्थित गाड़ियां भी चपेट में गईं, जिस वजह से वहां मौजूद पत्रकारों को अपनी जान गंवानी पड़ी.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह सभी पत्रकार अल-कुद्स अल-यूम टीवी चैनल के लिए काम करते थे, जो अस्पताल के कवरेज के लिए आए थे. लेकिन, इस बीच हमला हो गया, जिसकी जद में आकर सभी को अपनी जान गंवानी पड़ी.
फिलिस्तीनी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जिस गाड़ी में हमला हुआ है, वो पत्रकारों की ही थी. उस गाड़ी से सभी पत्रकार रिपोर्टिंग कर रहे थे.
फिलहाल, इस हमले को लेकर इजरायल की तरफ से किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं की गई है.
इससे पहले 23 दिसंबर को गाजा पट्टी पर इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 23 फिलिस्तीनी मारे गए थे.
सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने डब्ल्यूएएफए के हवाले से बताया था कि रविवार को मूसा बिन नुसायर स्कूल पर इजरायली बमबारी के परिणामस्वरूप तीन बच्चों और दो महिलाओं सहित कम से कम 9 लोग मारे गए थे और कुछ अन्य घायल हो गए थे.
इसमें कहा गया था कि गाजा शहर के अल-जला स्ट्रीट पर इजरायली सेना द्वारा एक वाहन पर बमबारी करने पर चार और लोग मारे गए थे.
डब्ल्यूएएफए ने एक अलग रिपोर्ट में कहा था कि रविवार सुबह गाजा शहर के उत्तर में जबालिया शहर में इजरायल की गोलाबारी में चार बच्चों सहित पांच नागरिकों की मौत हो गई.
डब्ल्यूएएफए ने कहा था कि दक्षिणी गाजा पट्टी में खान यूनिस के पश्चिम में उनके अपार्टमेंट पर इजरायली सेना द्वारा बमबारी में दो लोग मारे गए.