गुरुवार को प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, कोविड -19 के खिलाफ फाइजर-बायोएनटेक (Pfizer-BioNTech) वैक्सीन की प्रभावशीलता एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) जैब की तुलना में तेजी से घट रही है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा, "नए कोविड-19 संक्रमण के खिलाफ फाइजर-बायोएनटेक की दो खुराक की प्रारंभिक प्रभावशीलता ज्यादा है, लेकिन ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की दो खुराक की तुलना में यह तेजी से घट रही है."
यह स्टडी, जो अभी तक peer reviewed नहीं है, ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के एक सर्वेक्षण के परिणामों पर आधारित है, जिसने पिछले साल दिसंबर से इस महीने तक रैंडम सेलेक्शन के जरिए चुने गए घरों में आरटी-पीसीआर परीक्षण कराए थे. विश्वविद्यालय के नफिल्ड डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन के अनुसार, इसमें पाया गया है कि फाइजर और एस्ट्राजेनेका के बीच "दूसरी खुराक के बाद प्रतिरक्षा की गतिशीलता काफी भिन्न है."
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फाइजर की "प्रारंभिक प्रभावशीलता" अधिक थी, लेकिन पूर्ण टीकाकरण के बाद कई महीनों की अवधि को देखते हुए, "उच्च वायरल बोझ और सिम्प्टोमेटिक संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा में तेजी से गिरावट" देखी गई, हालांकि दोनों खुराक के मामले में गिरावट की दर कम रही.
स्टडी रिपोर्ट बताती है कि चार से पांच महीने के बाद इन दोनों टीकों की प्रभावशीलता समान होगी. इसके साथ ही वैज्ञानिकों ने कहा कि वैक्सीन के दीर्घकालिक प्रभावों का अध्ययन करने की आवश्यकता है.