म्यांमार की हर संभव मदद पहुंचा रहा है भारत
म्यांमार में बीते दिनों आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या 1600 को पार कर गई है. वहीं घायलों की संख्या भी 3400 से ज्यादा है. म्यांमार में हर तरफ तबाही का मंजर है. मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं. भारत समेत कई देशों ने म्यांमार की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है. भारत ऑपरेशन ब्रह्मा की मदद से पीड़ित लोगों तक मदद पहुंचा रहा है.
भारत कर रहा है हर संभव मदद
नौसेना के जहाजों को भी किया गया रवाना
भारत ने ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत दो नौसैनिक जहाजों को राहत और बचाव कार्यों के रवाना कर दिया है. इसके साथ-साथ एक फील्ड अस्पताल को भी एयरलिफ्ट करने की तैयारी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि भारत जल्द ही दो और नौसेनिक जहाज को म्यांमार भेजने की तैयारी में है. इसका उद्देश्य मानवीय सहायत और राहत कार्यों को और तेज करना है. साथ ही साथ हवाई मार्ग से भी राहत सामग्री भेजी गई है.
118 सदस्यीय दल भी हुआ रवाना
रणधीर जयसवाल ने बताया कि सेना के एक बड़े अफसर की अगुवाई में आगरा से मेडिकल रिस्पॉन्डर्स की 118 सदस्यी टीम मेडिकल उपकरणों और आपूर्ति के साथ म्यांमार के लिए रवाई हुई है. इस टीम को एयरबोर्न एंजल्स टॉस्क फोर्स के रूप में तैनात की जा रही है. इस टीम की खासीयत ये है कि ये आपदा-प्रभावित क्षेत्रों में उन्नत चिकित्सा और सर्जरी सेवाएं देने में खास तौर पर प्रशिक्षित है.
NDRF की टीम भी कर रही है मदद
म्यांमार के भूकंप प्रभावित इलाकों में NDRF की टीम भी राहत और बचाव का कार्य कर रही है. NDRF के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए जो टीम वहां राहत और बचाव कार्य में शामिल हो रही है, उन्हें पता है कि मलबे में दबे लोगों को जल्दी से बाहर निकालना कितनी जरूरी है. ऐसे में ये साफ है कि अगले 24 से 48 घंटे बेहद अहम होने वाले हैं.