यूक्रेन को गच्चा दे गए ट्रंप! सुरक्षा गारंटी का दिखाया सपना पर अमेरिकी सेना भेजने से किया इनकार

व्हाइट हाउस ने जोर देकर कहा कि पुतिन ने ट्रंप से वादा किया है कि वह जेलेंस्की से मिलेंगे. शीर्ष अमेरिकी अधिकारी एक शिखर सम्मेलन के लिए रूस के साथ कॉर्डिनेट कर रहे हैं.

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
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  • रूस-यूक्रेन युद्ध को साढ़े तीन साल हो चुके हैं, लेकिन शांति की संभावनाएं अभी भी अस्पष्ट बनी हुई हैं.
  • डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन और जेलेंस्की की आमने-सामने की बैठक कराने और सुरक्षा गारंटी देने की बात कही है.
  • ट्रंप ने स्पष्ट किया कि अमेरिकी सेना यूक्रेन की जमीन पर नहीं जाएगी, बल्कि हवा से सुरक्षा प्रदान की जाएगी.
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रूस-यूक्रेन की जंग को शुरू हुए साढ़े तीन साल का वक्त गुजर चुका है लेकिन शांति की उम्मीद अभी भी बहुत धुंधली नजर आ रही है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद को शांतिदूत बताते हुए बैठक पर बैठक कर रहे हैं. पहले उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर सम्मलेन किया और फिर व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की और अन्य यूरोपीय नेताओं के साथ बैठक की. इस अहम बैठक के बाद ट्रंप ने जो दो सबसे बड़ी बात कही थी वो यह था कि वो पुतिन और जेलेंस्की की आमने-सामने की बैठक की व्यवस्था कर रहे हैं. दूसरा की यूक्रेन को शांति समझौते के बाद अमेरिका और यूरोपीय देशों से सुरक्षा गारंटी मिलेगी. हालांकि अब ट्रंप ने कहा है कि वो अमेरिकी सेना को यूक्रेन की जमीन पर नहीं उतारेंगे, संभवतः हवा से ही सुरक्षा देंगे.

अमेरिका और यूरोप के टॉप सैन्य अधिकारियों ने यूक्रेन शांति समझौते की प्रक्रिया पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को वाशिंगटन में मुलाकात की. एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि जब पश्चिमी नेता एक समझौते पर जोर दे रहे हैं, शीर्ष अमेरिकी अधिकारी जनरल डैन केन ने "संभावित यूक्रेन शांति समझौते के लिए सर्वोत्तम विकल्पों" पर चर्चा करने के लिए यूरोपीय सैन्य प्रमुखों के साथ मंगलवार शाम को बातचीत की.

नाटो के 32 सदस्य देशों के सैन्य प्रमुखों की बुधवार को होने वाली वर्चुअल बैठक से पहले व्यक्तिगत बातचीत हुई है.

ट्रंप ने क्या कहा?

2022 में रूस के आक्रमण के बाद से यूक्रेन को अरबों डॉलर की अमेरिकी सहायता देने के लंबे समय से कट्टर आलोचक रहे ट्रंप ने कहा है कि यूरोपीय देश किसी भी समझौते को सुरक्षित करने के लिए अपनी सेना को जमीन पर उतारने के लिए तैयार थे.

ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को बताया, "फ्रांस और जर्मनी, उनमें से कुछ, यूके, वे जमीन पर सेना उतारना चाहते हैं… हम उनकी चीजों में मदद करने को तैयार हैं, खासकर, शायद, अगर आप हवाई मार्ग (आसमां से) की बात करें."

यह पूछे जाने पर कि ट्रंप के पास क्या आश्वासन है कि अमेरिकी सेना नहीं भेजी जाएगी, उन्होंने जवाब दिया: "ठीक है, आपको मेरा आश्वासन है और मैं राष्ट्रपति हूं."

इसके बाद व्हाइट हाउस ने भी ट्रंप के बयानों को दोहराया. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मीडिया से कहा कि ट्रंप ने "निश्चित रूप से कहा है कि अमेरिकी सेना यूक्रेन में जमीन पर नहीं होगी" और अमेरिकी वायु शक्ति (एयर पावर) का उपयोग एक "विकल्प और संभावना" था. 

उन्होंने जोर देकर कहा कि पुतिन ने ट्रंप से वादा किया है कि वह जेलेंस्की से मिलेंगे, और कहा कि शीर्ष अमेरिकी अधिकारी एक शिखर सम्मेलन के लिए रूस के साथ "समन्वय" (कॉर्डिनेट) कर रहे हैं.

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