Donald Trump's Tariff War: संयुक्त राज्य अमेरिका ने बुधवार, 4 जून से अमेरिका में आयात होने वाले स्टील और एल्यूमीनियम पर अपने टैरिफ को दोगुना कर दिया है. व्हाइट हाउस के अनुसार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस टैरिफ आदेश पर अपने हस्ताक्षर कर दिए हैं. यह कदम ट्रंप के टैरिफ वॉर में सबसे लेटेस्ट आक्रमण है, जिससे दोनों धातुओं पर अमेरिका में लगने वाला टैरिफ 25 प्रतिशत से 50 प्रतिशत हो गया है.
खास बात है कि अमेरिका में ब्रिटेन से आने वाले स्टील और एल्यूमीनियम पर टैरिफ 25 प्रतिशत की दर पर ही रहेगा. ऐसा तबतक रहेगा जबतक कि दोनों पक्ष अपने पहले के व्यापार समझौते की शर्तों के अनुरूप शुल्क और कोटा तय करेंगे.
आदेश में कहा गया है, "पहले से लगाए गए टैरिफ को बढ़ाने से इन उद्योगों को अधिक समर्थन मिलेगा और स्टील और एल्यूमीनियम और उनसे बने आर्टिकल्स के आयात से उत्पन्न राष्ट्रीय सुरक्षा खतरा कम या खत्म हो जाएगा."
गौरतलब है कि ट्रंप ने स्टील और एल्युमीनियम पर टैरिफ बढ़ाने के अपने फैसले की घोषणा तब की जब उन्होंने पिछले हफ्ते पेंसिल्वेनिया में यूएस स्टील प्लांट में श्रमिकों को संबोधित किया था. उन्होंने उस समय कहा था, "कोई भी आपके उद्योग को चुराने में सक्षम नहीं होगा… 25 प्रतिशत पर, वे उस बाड़ को पार कर सकते हैं. 50 प्रतिशत पर, वे अब बाड़ को पार नहीं कर सकते."
हालांकि, इस कदम से प्रमुख अमेरिकी व्यापारिक साझेदारों के साथ उसका तनाव बढ़ गया है. यूरोपीय संघ/ EU ने सप्ताहांत (विकेंड) में चेतावनी दी कि वह इस टैरिफ के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने के लिए तैयार है. इसमें कहा गया है कि अचानक की गई घोषणा EU और अमेरिका के बीच "बातचीत से समाधान तक पहुंचने के चल रहे प्रयासों को कमजोर करती है".
अप्रैल में ट्रंप द्वारा लगभग सभी साझेदार देशों पर 10 प्रतिशत का व्यापक टैरिफ लगाने और दर्जनों अर्थव्यवस्थाओं के लिए इससे भी अधिक दरों की घोषणा करने के बाद वाशिंगटन पहले से ही व्यापार समझौते के लिए विभिन्न देशों के साथ बातचीत कर रहा है. हालांकि चल रही बातचीत के दौरान बढ़ाए गए टैरिफ (10 प्रतिशत का बेसिक टैरिफ बना हुआ है) को रोक दिया गया है, यह रोक जुलाई की शुरुआत में समाप्त हो रही है - जिससे व्यापार सौदों तक जल्द से जल्द पहुंचने की आवश्यकता बढ़ गई है.
गौरतलब है कि जनवरी में राष्ट्रपति पद पर लौटने के बाद से, ट्रंप ने वित्तीय बाजारों को हिलाकर रख देने वाले कदमों में सहयोगियों और विरोधियों पर समान रूप से व्यापक टैरिफ लगाए हैं. उन्होंने स्टील और एल्युमीनियम को निशाना बनाने के अलावा ऑटो जैसे सेक्टर-विशिष्ट आयात पर भी टैरिफ लगाया है.