- कैलिफोर्निया ने दीवाली को स्टेट हॉलिडे घोषित कर सार्वजनिक स्कूल और कॉलेजों को बंद करने की अनुमति दी है
- पेंसिल्वेनिया और कनेक्टिकट के बाद कैलिफोर्निया अमेरिका का तीसरा स्टेट बना जहां दीवाली की छुट्टी मिलेगी
- कैलिफोर्निया में भारतीय-अमेरिकी आबादी लगभग बीस प्रतिशत है, जो अमेरिका में सबसे बड़ी आबादी है
अमेरिका के कैलिफोर्निया में भारत के सबसे बड़े त्योहार दीवाली को ऑफिशियली स्टेट हॉलिडे घोषित कर दिया गया है. शहर के गवर्नर गेविन न्यूजम ने मंगलवार को इस संबंध में एक बिल पर हस्ताक्षर किए. इसके तहत राज्य के सार्वजनिक स्कूल और कॉलेज दीवाली के दिन बंद रह सकते हैं. साथ ही, कर्मचारी इस दिन छुट्टी ले सकते हैं और स्कूल के छात्रों को दीवाली मनाने के लिए छुट्टी दी जाएगी. कैलिफोर्निया इस तरह दीवाली को स्टेट हॉलिडे घोषित करने वाला अमेरिका का तीसरा स्टेट बन गया है.
अमेरिका में कहां-कहां दीवाली की छुट्टी
इससे पहले पेंसिल्वेनिया ने 2024 में यह कदम उठाया था, और उसके बाद कनेक्टिकट ने भी इसी साल दीवाली की छुट्टी घोषित की गई है. इस बिल को डेमोक्रेट विधायक अश कालरा (सैन होजे) और दर्शना पटेल (सैन डिएगो) ने मिलकर पेश किया था. अश कालरा ने इस खास मौके पर कहा, “दक्षिण एशियाई बच्चों के लिए यह एक गर्व का क्षण है कि वे अब दिवाली को खुले तौर पर मना सकते हैं और दूसरों के साथ अपनी खुशियां साझा कर सकते हैं.”
शहर में भारतीय-अमेरिकी आबादी काफी बड़ी
कैलिफोर्निया में भारतीय-अमेरिकी आबादी काफी बड़ी है. साल 2025 की एक प्यू रिसर्च सर्वे के अनुसार, अमेरिका में रहने वाले 49 लाख भारतीयों में से करीब 9.6 लाख यानी कि 20% कैलिफोर्निया में रहते हैं. हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन और कोएलिशन ऑफ हिंदूज इन नॉर्थ अमेरिका जैसे संगठनों ने इस कानून के लिए पैरवी की. फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक समीर कालरा ने कहा, “छात्रों को छुट्टी लेने की अनुमति और राज्य कर्मचारियों को भुगतान के साथ छुट्टी देना दिवाली वास्तव में एक बड़ा कदम है.”
दीवाली की छुट्टी के लिए गवर्नर का आभार
दीवाली इस साल 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी. यह पर्व अंधकार पर प्रकाश और अज्ञानता पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है. साउथ एशियन नेटवर्क के चेयरमैन रोहित शेंद्रिकर ने कहा, “यह कानून न सिर्फ दक्षिण एशियाई समुदाय को मान्यता देता है, बल्कि उनके योगदान को भी स्वीकार करता है. अब हमारे बच्चे अपने दोस्तों के साथ अपनी परंपराएं साझा कर सकेंगे.” बाइडेन के पूर्व सलाहकार, सिलिकॉन वैली के एक प्रमुख उद्यमी, परोपकारी और भारतीय अमेरिकी समुदाय के समर्पित समर्थक अजय जैन ने इस फैसले की सराहना की.