600 बच्चों की कपड़े उतारवा कर ली तलाशी, अधिकतर थे अश्वेत, इस देश में पुलिस की हो रही आलोचना

एक मामले में 15 साल की अश्वेत स्कूल जाने वाली लड़की की महिला पुलिस अधिकारियों ने 2020 में कपड़े उतरवा कर तलाशी ली थी. पुलिस अधिकारियों को यह पता था कि लड़की को महावारी हो रही है. महिला पुलिस अधिकारियों को यह गलत शक था कि लड़की के पास गांजा है.

विज्ञापन
Read Time: 19 mins
UK में बच्चों की सुरक्षा के मामले में London Police की आलोचना हो रही है ( प्रतीकात्मक तस्वीर)

लंदन पुलिस (London Police) इन दिनों बच्चों की कपड़े उतार कर तलाशी (Strip Search) लेने के लिए आलोचना के घेरे में है. सोमवार को जारी हुए एक नए आंकड़े के मुताबिक लंदन पुलिस ने पिछले दो सालों में 600 से अधिक बच्चों की कपड़े उतरवा कर तलाशी ली, इनमें से अधिकतर अश्वेत लड़के (Black Boys) थे.  इंग्लैंड के बच्चों के लिए कमिश्नर रेचल डी सूज़ा ने कहा कि उन्हें मैट्रोपॉलिटिन पुलिस के आंकड़े देख कर काफी धक्का लगा. डी सूजा की अपील ऐसे समय आई है जब ब्रिटेन के सबसे बड़े पुलिस दल को मार्च में चाइल्ड क्यू (Child Q) मामले में माफी मांगने पर मजबूर होना पड़ा था. इसके कारण चार अधिकारियों की बुरे बर्ताव के कारण जांच शुरू हुई थी.   

इसमें से एक मामला यह था कि एक 15 साल की अश्वेत स्कूल जाने वाली लड़की की महिला अधिकारियों ने 2020 में कपड़े उतरवा कर तलाशी ली. महिला पुलिस अधिकारी को यह गलत शक था कि लड़की के पास गांजा है. पुलिस अधिकारियों को यह पता था कि लड़की को महावारी हो रही है.  

लड़की की तलाशी के दौरान उसके साथ कोई बड़ा मौजूद नहीं था. ना ही डी सूजा ने जिन मामलों को सामने रखा है, उसमें से 23 प्रतिशत में कोई बड़ा बच्चों के साथ मौजूद था.  

Advertisement

डी सूजा के अनुसार, 2018 से 2020 तक 10-17 साल के कुल 650 बच्चों की मैट्रोपॉलिटिन अधिकारियों ने कपड़े उतरवा कर तलाशी ली.  इनमें से 95 प्रतिशत लड़के थे और अधिकारी ने इन 650 में से 58 प्रतिशत बच्चों को अश्वेत बताया है. 

Advertisement

डी सूजा ने कहा कि वो इसे लेकर बहुत चिंतिति हैं और चाइल्ड क्यू शायद बच्चों की हिफाज़त में बड़ी संस्थागत खामियों का शायद एक हिस्सा हो सकती है.   

Advertisement
Featured Video Of The Day
UP DGP Appointment: अब Uttar Pradesh में ही तय होगा डीजीपी, Akhilesh ने किया तंज