दुनिया में सबसे अधिक कोकीन ड्रग्स बनाने वाले देश में गांजा मेडिकल उपयोग के लिए लीगल हो गया है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस देश के खिलाफ अमेरिका में ड्रग्स भेजने के लिए जंग छेड़ रखी है. हम बात कर रहे हैं लैटिन अमेरिका के देश कोलंबिया की. यहां के स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को आदेश जारी किया जिसके अनुसार कोलंबिया ने अब औषधीय उपयोग के लिए मारिजुआना यानी गांजे की बिक्री को अधिकृत किया है. वैसे तो कोलंबिया ने 2016 में ही मेडिकल कैनबिस (गांजा के पौधे) को वैध कर दिया था और 2021 में इसके सूखे फूल के निर्यात को दूसरे देशों में अधिकृत कर दिया था जहां इसे रेगुलेट किया जाता है. लेकिन अब तक कानूनी खामियों के कारण इसे स्थानीय स्तर पर नहीं बेचा जा सका है.
अब कोलंबिया के स्वास्थ्य, न्याय और कृषि मंत्रालयों के पास इस आदेश को लागू करने के लिए जरूरी नियम बनाने के लिए पांच महीने का समय है. अब यहां के फार्मेसियों और पशु चिकित्सालयों को गांजे के फूल बेचने के लिए लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता होगी. साथ ही जो भी लोग इसे खरीदेंगे उन्हें डॉक्टर की पर्ची (प्रिस्क्रिप्शन) दिखाना होगा और इसके बाद ही उन्हें यह बेचा जा सकेगा. हालांकि सच्चाई यह है कि एक बार यह मेडिसीन की दुकान पर आ गई तो फर्जी प्रिस्क्रिप्शन के जरिए इसे बड़े पैमाने पर लोग खरीदने लगेंगे.
वैसे कोलंबिया में व्यक्तिगत स्तर पर मारिजुआना के उपयोग को मंजूरी मिली हुई है. वहां के अधिकारी व्यक्तिगत उपभोग, भांग उगाने और थोड़ी मात्रा में रखने की अनुमति देते हैं. लेकिन मजे के लिए इसे खरीदने और बेचने के लिए कोई विनियमित बाजार नहीं है. दुनिया में कोकीन के सबसे बड़े उत्पादक के रूप में जाना जाने वाला कोलंबिया मारिजुआना के बड़े बागानों का भी घर है, और कुछ गांजा उगाने वाले क्षेत्र वर्तमान में संघर्ष का सामना कर रहे हैं.
मार्च में, यहां के वामपंथी राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने कांग्रेस से मजे के लिए उपयोग सहित मारिजुआना को पूरी तरह वैध बनाने पर विचार करने का आग्रह किया था. नशीली दवाओं पर अमेरिका के नेतृत्व वाले युद्ध के एक मुखर आलोचक, पेट्रो का तर्क है कि इसपर रोक लगने के कारण ही अधिक हिंसा हो रही है.














