चीन में बढ़ते कोरोनावायरस के मामलों के बीच चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कोविड से लड़ने के अपने उपायों के आर्थिक प्रभाव को कम करने का संकल्प लिया है. चिनफिंग ने लंबे समय से चली आ रही उस कोविड कंट्रोल की स्ट्रैटेजी में बदलाव के संकेत दिए हैं, जिसने मृत्यु दर को कम किया था लेकिन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ रहा था.
चीन ने कोविड-19 के गंभीर मरीजों के लिए चिकित्सा संसाधनों को बचाने के लिए संक्रमण से ठीक हुए रोगियों के लिए अनिवार्य पृथकवास की अवधि को कम कर दिया है. यह फैसला देश में संक्रमण के मामलों के तेजी से बढ़ने के कारण लिया गया है.
चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति की बैठक के दौरान महामारी की नयी लहर को रोकने के लिए सरकार के प्रयासों की समीक्षा करते हुए, राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अधिकारियों से संक्रमण के प्रसार को तेजी से रोकने का आग्रह किया है.
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक चिनफिंग ने कहा कि देश ने जिस तरह से आर्थिक प्रगति की और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई लड़ी है वह सराहनीय है. चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि इस समय में देश ने दुनिया का नेतृत्व किया और महामारी की रोकथाम और नियंत्रण में अपनी ताकत और क्षमता का पूरी तरह से प्रदर्शन किया. ऐसा देश की कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व और समाजवादी ढांचे के कारण हो सका.
चीन में संक्रमण से ठीक हुए लोगों को अब अपने घर में केवल सात दिनों के पृथकवास में रहकर स्वास्थ्य की निगरानी करनी होगी. इससे पहले यह अवधि 14 दिनों की थी. इस बीच, चीन में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 2400 से अधिक नये मामले सामने आए.
Bloomberg की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अपनी कोविड-शून्य नीति के प्रति प्रतिबद्धता दोहराते हुए, शी ने गुरुवार देर रात कम्युनिस्ट पार्टी की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था, पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति की बैठक में कहा, "चीन कम से कम लागत पर अधिकतम रोकथाम और नियंत्रण प्रभाव प्राप्त करने का प्रयास करेगा और आर्थिक और सामाजिक विकास पर महामारी के प्रभाव को कम करेगा."
चीनी सरकार की वेबसाइट पर ब्लूमबर्ग की सर्च के मुताबिक, ऐसा पहली बार है जब शी ने 2020 में कोविड महामारी की शुरुआत के बाद से एक पोलित ब्यूरो की बैठक में कोविड की रोकथाम की आर्थिक लागत को कम करने पर जोर दिया है. वो भी उस समय जब चीन कोविड -19 संक्रमण के सबसे खराब दौर से गुजर रहा है. इस वक्त दक्षिणी टेक हब शेनझेन के लाखों लोगों समेत करीब एक करोड़ लोगों को
लॉकडाउन में रखा गया है.