जिनपिंग, पुतिन, किम जोंग… एक मंच पर होंगे Big Boys, चीन के मिलिट्री परेड से ट्रंप को मिलेगा यह मैसेज

China's Victory Day military parade: चीन में 3 सितंबर को "विजय दिवस" ​​​​के मौके पर भव्य सैन्य परेड होगा. किम जोंग मंगलवार तड़के अपनी स्पेशल ट्रेन से चीन पहुंच चुके हैं, पुतिन पहले से चीन में हैं.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
चीन के विक्ट्री डे परेड में शामिल होंगे पुतिन और किम जोंग उन
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • चीन 3 सितंबर को द्वितीय विश्व युद्ध के अंत के 80 वर्ष पूरे होने पर अपनी सबसे बड़ी सैन्य परेड आयोजित करेगा.
  • इसमें चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और नॉर्थ कोरिया के किम जोंग उन एक साथ होंगे.
  • परेड में हजारों सैनिकों के साथ फाइटर जेट, मिसाइल डिफेंस सिस्टम और हाइपरसोनिक हथियारों का प्रदर्शन होगा.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

चीन में डिप्लोमेसी का तो चैप्टर हो गया, अब बारी है शक्ति प्रदर्शन की, पश्चिमी देशों को अपनी ताकत दिखाने की… हां शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन के बाद अब चीन में कुछ ऐसा बड़ा होने वाला है, जैसा उस पैमाने का कभी देखा नहीं गया. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग 3 सितंबर को अपने देश के इतिहास की सबसे बड़ी सैन्य परेड की मेजबानी करने वाले हैं. मंच पर एक साथ शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और ऐसे 20 नेता और होंगे. चीन अपनी सेना दिखा रहा होगा, अपने जंगी हथियार दिखा रहा होगा. पश्चिम को मैसेज साफ दिया जाएगा… गहरी भू-राजनीतिक अनिश्चितता के इस दौर में वर्ल्ड ऑर्डर को बदले के लिए चीन तैयार है और उसकी नजर अमेरिका की कुर्सी पर है.

मौका भी है और दस्तूर भी

द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में जापान की हार के 80 साल पूरे होने के अवसर पर चीन में 3 सितंबर को "विजय दिवस" ​​​​कार्यक्रम है और इसी मौके पर "विजय दिवस परेड" बीजिंग में आयोजित किया जा रहा है. व्लादिमीर पुतिन पहले से ही SCO शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए चीन में हैं जबकि किम जोंग अपने स्पेशल ट्रेन से चीन पहुंच गए हैं.

इस परेड को हाई लेबल पर कोरियोग्राफ किया गया है. इसके पिछले कुछ वर्षों में चीन की सबसे बड़ी परेडों में से एक होने की उम्मीद है. इसका उद्देश्य यही है कि जब ट्रंप के नेतृत्व में संयुक्त राज्य अमेरिका की वैश्विक भूमिका पर संदेह पैदा हो रहा है तब चीन की सैन्य ताकत और राजनयिक दबदबे को दुनिया के सामने दिखाना. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप विदेशी सहायता में कटौती कर रहे हैं, अंतरराष्ट्रीय संस्थानों-संगठनों से पीछे हट रहे हैं और चाहे दोस्त हो या दुश्मन, सबके खिलाफ व्यापार युद्ध छेड़ रखा हैं. चीन इस मौके को भूनाने की फिराक में है.

जिनपिंग-पुतिन-किम… ये तिकड़ी जब पहली बार एक साथ मंच पर होगी

बीजिंग में हजारों चीनी सैनिक मार्च कर रहे होंगे. फाइटर जेट, मिसाइल डिफेंस सिस्टम और हाइपरसोनिक हथियारों जैसे अत्याधुनिक सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन हो रहा होगा और मंच पर पहली बार एक साथ तीन दबंग खड़े होंगे… जिनपिंग, पुतिन और किम जोंग. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये तीनों जब एक साथ खड़े होंगे तो मैसेज जाएगा कि कोई नया "उथल-पुथल करने वाली धुरी" बन के तैयार है.

किम जोंग मंगलवार तड़के अपनी स्पेशल ट्रेन से चीन पहुंचे. उनका यह पहला बड़ा बहुपक्षीय कार्यक्रम होगा और 66 वर्षों में पहली बार कोई नॉर्थ कोरियाई नेता चीनी सैन्य परेड में शामिल होगा. एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट के सेंटर फॉर चाइना एनालिसिस में चीनी राजनीति विशेषज्ञ नील थॉमस ने कहा, "व्लादिमीर पुतिन, (ईरान के) मसूद पेजेशकियान और किम जोंग उन की मौजूदगी दुनिया की अग्रणी सत्तावादी शक्ति के रूप में चीन की भूमिका को रेखांकित करती है."

थॉमस ने कहा कि 2015 की पिछली परेड की तुलना में इस साल की परेड में भाग लेने वाले मध्य एशियाई, पश्चिम एशियाई और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के नेताओं की संख्या में वृद्धि क्षेत्रीय कूटनीति में बीजिंग की प्रगति को उजागर करती है.

स्लोवाकिया के प्रधान मंत्री रॉबर्ट फिको और सर्बिया के अलेक्जेंडर वुसिक, दोनों यूक्रेन में युद्ध को लेकर रूस पर प्रतिबंधों के आलोचक हैं, इसमें भाग लेने वाले एकमात्र पश्चिमी नेता होंगे.

Advertisement

यह भी पढ़ें: ट्रंप को ठेंगा! चीन के विक्ट्री डे परेड में शामिल होंगे पुतिन और किम जोंग उन, अलग-थलग पड़ेगा अमेरिका

Featured Video Of The Day
Bihar Politics: बार-बार किनारे किए जाने के बावजूद Pappu Yadav मानते क्यों नहीं है? | Sawaal India Ka
Topics mentioned in this article