इजरायल की एयरस्ट्राइक में हमास चीफ याह्मा सिनवार की मौत, IDF ने किया दावा

सिनवार के शव की फोटोज सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई हैं. इससे पहले भी सिनवार को मारने के लिए इजरायल ने कई कोशिशें की थी. 23 सितंबर को भी सिनवार की मौत का दावा किया गया था. हालांकि, आज के हमलों के बाद इजरायल ने उसकी मौत कंफर्म की है.

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हमास चीफ याह्या सिनवार को गाजा के खान यूनिस का कसाई भी कहा जाता है.
यरूशलम:

इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास (Hamas) के बीच बीते एक साल से जंग चल रही है. इजरायल ने गाजा पट्टी (Gaza Strip) में हमास के ठिकानों पर हमले तेज कर दिए हैं. गुरुवार को इजरायल की सेना ने उत्तरी गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयरस्ट्राइक की. इस एयर स्ट्राइक में हमास के चीफ याह्या सिनवार (Yahya Sinwar) की मौत हो गई है. इजरायल के विदेश मंत्री काट्ज ने सिनवार की मौत की पुष्टि की है. हालांकि, हमास की तरफ से इस बारे में कोई बयान आया है.

नेतन्याहू बोले- बंधकों की रिहाई होने तक लड़ते रहेंगे
सिनवार की मौत की पुष्टि के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बयान जारी किया. नेतन्याहू ने कहा- "ये जंग का बहुत अहम मोड़ है. जब तक गाजा में बंधक बनाए गए हमारे सभी नागरिकों की रिहाई नहीं होती, हम लड़ते रहेंगे."

यरूशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेना के अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की गई. बहुत मुमकिन है कि इस एयरस्ट्राइक में हमास का चीफ याह्या सिनवार भी मारा गया है. हमास के 3 लड़ाकों की लाशें मिली हैं. इनमें से एक लाश याह्या सिनवार की हो सकती है. इसके बाद इजरायली सेना ने सैंपल लेकर DNA टेस्ट के लिए भेजे थे. अब इजरायल के विदेश मंत्री ने सिनवार के मारे जाने की पुष्टि की है.

अब गाजा में न तो हमास रहेगा और न ईरान का दखल होगा
इजरायली विदेश मंत्री काट्स ने कहा, "यह इजरायल के लिए बहुत बड़ी सैन्य कामयाबी है. इजरायली सेना के लिए अहम उपलब्धि भी है. सिनवार की मौत के बाद गाजा में बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों की तत्काल रिहाई का रास्ता साफ हो गया है. साथ ही गाजा पट्टी में एक नई वास्तविकता उजागर हुई है. अब गाजा में न तो हमास होगा और न ही यहां पर ईरान का दखल होगा."
 

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7 अक्टूबर 2023 को हमास के रॉकेट हमलों के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को जड़ समेत खत्म करने का ऐलान किया था. इजरायली विदेश मंत्री ने कहा, "यह ईरान के नेतृत्व वाले चरम इस्लाम की धुरी के खिलाफ पूरी स्वतंत्र दुनिया की जीत है. इजरायल को अब पहले से कहीं अधिक आपके समर्थन और सहयोग की जरूरत है."

हानिया, दाइफ की मौत के बाद सिनवार ही था हमास का चीफ
इससे पहले इजरायल पर 7 अक्टूबर 2023 को हमले के बड़े किरदारों की भी मौत हो चुकी है. इजरायल की एयरस्ट्राइक में हमास के पॉलिटिकल टीफ इस्माइल हानिया, हमास के मिलिट्री चीफ मोहम्मद दाइफ की मौत हो गई थी. इसी साल 31 जुलाई में हमास के मिलिट्री चीफ इस्माइल हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल होने तेहरान गए थे. समारोह के बाद हानिया तेहरान के अति सुरक्षा वाले सैन्य परिसर में रुके थे. रात में सोते समय उन्हें निशाना बनाया गया. ईरान ने इस हत्या का आरोप इजरायल पर लगाया था. हालांकि, इजरायल ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी. हानिया की मौत के बाद हमास की टॉप लीडरशिप में सिर्फ सिनवार ही बचा था.

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याह्या सिनवार के बारे में जानिए
सिनवार का पूरा नाम याह्या इब्राहिम हसन सिनवार है. उसका जन्म गाजा पट्टी के दक्षिणी इलाके में खान यूनिस के रिफ्यूजी कैंप में हुआ था. जब 1948 में इजरायल अस्तित्व में आया, तब हजारों फिलिस्तीनियों को उनके पुश्तैनी घरों से निकाला गया. इनमें याह्या सिवार का परिवार भी शामिल था. सिनवार के मां-बाप इसके बाद गाजा में शरणार्थी बन गए थे. 1989 में 19 साल की उम्र में सिनवार पर हत्या का आरोप लगा था. 2 इजरायली सैनिकों की हत्या के आरोप साबित भी नहीं हुआ था, लेकिन उसे आजीवन कारावास की सजा सुना दी गई थी. 

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हालांकि, 2011 में इजरायली सैनिक गिलाद शालिट के बदले में 1000 से ज्यादा कैदियों की अदला-बदली के दौरान सिनवार को भी रिहा कर दिया गया था. इस दौरान सिनवार जेल में 23 साल गुजार चुका था

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ईरान का करीबी, अमेरिका ने घोषित किया आतंकी
जेल से रिहा होने के बाद उसने हमास ज्वॉइन कर ली थी. उसे 'खान यूनिस का कसाई' भी कहा जाता है. अमेरिका ने 2015 में याह्या सिनवार को आतंकी घोषित किया था. सिनवार को ईरान का करीबी माना जाता है. ऐसी कई रिपोर्ट हैं, जिसमें दावा किया गया है कि सिनवार को ईरान फंडिंग और प्रोटेक्शन देता है.

पहले भी किया गया था याह्या सिनवार की मौत का दावा
कुछ दिन पहले इजरायल की मिलिट्री इंटेलिजेंस ने दावा किया था कि सिनवार की मौत हो चुकी है. इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) का भी कहना था कि उन्होंने 21 सितंबर को गाजा में एक स्कूल पर हमला किया था. यहां हमास का कमांड सेंटर था. इस अटैक में 22 लोग मारे गए थे. ऐसे में आशंका थी कि सिनवार की मौत भी इसी एयरस्ट्राइक में हो गई. हालांकि, बाद में सिनवार के जिंदा होने के सबूत मिले थे. खुद IDF ने इसकी तस्दीक की थी.

पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के रॉकेट हमलों के बाद याह्या सिनवार को सिर्फ एक बार ही देखा गया है. IDF के मुताबिक, सिनवार इस दौरान कई इजरायली बंधकों के साथ एक टनल से गुजर रहा था.

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मारे गए हमास के कमांडरों की लिस्ट

1. मोहम्मद दाएफ: इजराइल की मिलिट्री ने इससे पहले गाजा में हमास के ठिकानों पर हमले किए थे. गाजा के खान यूनिस इलाके में 13 जुलाई को ये हमले किए गए. इस दौरान हमास के टॉप कमांडर मोहम्मद दाएफ की मौत हो गई थी. इजरायल ने इससे पहले दाएफ को मारने की 7 बार कोशिश की थी.

मोहम्मद दाएफ को 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में हुए रॉकेट हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता था. इस दिन हमास ने गाजा की जमीन से इजरायल की तरफ कम से कम 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागे थे. इन हमलों के बाद गाजा में जंग शुरू हो गई थी. हालांकि, हमास ने अब तक दाएफ की मौत की पुष्टि नहीं की है.

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2. इस्माइल हानिया: हमास चीफ इस्माइल हानिया की 31 जुलाई को ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई थी. वो ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल होने गए थे. समारोह के बाद हानिया तेहरान के अति सुरक्षा वाले सैन्य परिसर में रुके थे. रात में सोते समय उन्हें निशाना बनाया गया. ईरान ने इस हत्या का आरोप इजरायल पर लगाया था. हालांकि, इजरायल ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी. 

3. सालेह अल-अरौरी: 2 जनवरी 2024 को बेरूत के दक्षिणी इलाके दहियाह पर एक इजरायली ड्रोन हमले में हमास के डिप्टी चीफ सालेह अल-अरौरी की मौत हो गई थी. अरौरी हमास के आर्मी विंग क़सम ब्रिगेड के संस्थापक भी थे.

जंग में अब तक कितने लोगों की गई जान?
हमास शासित गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, एक साल से जारी इस जंग में इजरायल में अब तक 1206 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि गाजा में इजरायल के मिलिट्री ऑपरेशन में अब तक 42, 438 लोग जान गंवा चुके हैं.
 

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