"हफ्तों पहले ही साझा कर दिए गए थे निज्जर की हत्या के सबूत": ट्रूडो

कनाडा की सीबीसी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से गुरुवार को दावा किया था कि कनाडाई सरकार ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) हत्याकांड की जांच पिछले एक महीने से कर रही है.

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भारत के खिलाफ कनाडा का नया दांव

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर हत्याकांड (Hardeep Nijjar Murder Case) को लेकर भारत के खिलाफ अब नया दांव चला है. शुक्रवार को कनाडा के पीएम ने कहा कि ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में भारतीय एजेंटों के शामिल होने के विश्वसनीय सबूत उन्होंने नई दिल्ली के साथ कुछ हफ्ते पहले ही साझा किए थे. जस्टिन ट्रूडो ने ये बात मीडिया से बाचतीत में ओटावा में कही. ट्रूडो ने कहा कि निज्जर हत्याकांड को लेकर जो विश्वसनीय आरोपों की बात उन्होंने सोमवार को भारत के खिलाफ कही थी उसके बारे में कई हफ्ते पहले ही भारत को बता दिया था.  

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कनाडा ने भारत पर लगाए हैं गंभीर आरोप

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि वह भारत के साथ रचनात्मक रूप से काम करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस गंभीर मामले की जड़ तक पहुंचने के लिए भारत हमारा सहयोग करेगा. बता दें कि जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को बिना किसी सबूत पेश किए कहा था कि जून महीने में हुई खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत सरकार के एजेंटों के शामिल होने के विश्वसनीय सबूत हैं. कनाडा के इस आरोप पर भारत ने सख्त नाराजगी जाहिर की थी और इन आरोपों को सिरे से खारिज भी कर दिया था.ट्रूडो ने दावा किया कि 45 साल का हरदीप सिंह निज्जर कनाडा का नागरिक था.

'एक महीने से चल रही निज्जर हत्याकांड की जांच'

कनाडा की सीबीसी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से गुरुवार को दावा किया था कि कनाडाई सरकार ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड की जांच पिछले एक महीने से कर रही है. इस जांच के दौरान मानव और सिग्नल आधारित दोनों तरह के सबूत इकट्ठा किए गए हैं. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि मामले में कुछ जानकारी फाइव आई गठबंधन में शामिल एक सदस्य ने दी थी. बता दें कि फाइव आई एक खुफिया जानकारी शेयर करने वाला नेटवर्क है, जिसमें कनाडा, अमेरिका, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन शामिल है.

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अमेरिका ने कनाडा के आरोपों पर जताई चिंता

हालांकि कनाडा के पीएम ने इस बात की कोई डिटेल शेयर नहीं की है कि खुफिया एजेंसियों ने कौन से सबूत इकट्ठा किए हैं. वहीं ट्रूडो के ऑफिस की तरफ से भी इस रिपोर्ट की ना तो पुष्टि ही की गई है और ना ही खंड़न किया गया है. बता दें कि अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को एक मीडिया ब्रिफिंग में कनाडा के पीएम जस्टिन स्ट्रूडो के आरोपों पर चिंता जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि इस मामले पर व्हाइट हाउस ने भी चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि वह अपने कनाडाई सहयोगियों के साथ परामर्श कर रहे हैं. भारत को भी इस मामले की जांच में  कनाडा का साथ देना चाहिए और जवाबदेही सुनिश्चित करनी चाहिए.
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