भारत के साथ सीमा वार्ता सकारात्मक और रचनात्मक, मिलकर काम करेंगे : चीन  

चीन ने गुरुवार को कहा कि बीजिंग सीमा मुद्दे को 'समुचित ढंग से संभालने' के लिए नई दिल्ली के साथ मिलकर काम करेगा.चीन का यह सकारात्मक रुख भारत और चीन के बीच 14वें दौर की 12 जनवरी की सैन्य वार्ता के बाद आया है.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
चीन के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीनियर कर्नल वू कियान ने यह बात कही है
नई दिल्ली:

एक अहम घटनाक्रम में चीन (China) ने पड़ोसियों को 'धमकाने' संबंधी अमेरिका के आरोप का खंडन करते हुए गुरुवार को भारत (India) के साथ सैन्य-स्तरीय वार्ता के नवीनतम दौर को 'सकारात्मक और रचनात्मक' बताया है. चीन ने गुरुवार को कहा कि बीजिंग सीमा मुद्दे को 'समुचित ढंग से संभालने' के लिए नई दिल्ली के साथ मिलकर काम करेगा. चीन का यह सकारात्मक रुख भारत और चीन के बीच 14वें दौर की 12 जनवरी की सैन्य वार्ता के बाद आया है. इस वार्ता के दौरान दोनों पक्ष पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के शेष मुद्दों पर 'पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान' पर पहुंचने के लिए सैन्य और राजनयिक माध्यम से बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए थे.

संबंधों की स्थिति सीमा की स्थिति को दर्शाएगी: चीन के साथ रिश्तों पर विदेश मंत्री

चीन के रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry) की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीनियर कर्नल वू कियान ने यह बात कही है. एक प्रेस कांफ्रेंस में गुरुवार को एक सवाल के जवाब में कियान ने कहा - 'चीनी पक्ष का मानना है कि वार्ता का यह दौर सकारात्मक और रचनात्मक रहा और चीन बातचीत के माध्यम से सीमा मुद्दे को समुचित ढंग से संभालने के लिए भारतीय पक्ष के साथ मिलकर काम करेगा.'

वार्ता से पहले, भारतीय अधिकारियों ने 14वें दौर की वार्ता में पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स पर सैनिकों के पीछे हटने से संबंधित मुद्दों को हल करने की उम्मीद जताई थी.  कियान ने प्रेस वार्ता में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी की उन टिप्पणियों की तीखी आलोचना की, जिसमें उन्होंने चीन पर अपने पड़ोसियों को डराने-धमकाने का प्रयास करने का आरोप लगाया था. भारत के साथ सीमा पर चीन के आक्रामक व्यवहार पर एक सवाल के जवाब में, साकी ने 12 जनवरी को कहा था कि अमेरिका स्थिति पर नजर रखे हुए है.

हमारी सहायता किसी को 'कर्जदार' नहीं बनाती : चीन पर भारत ने साधा निशाना

साकी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कर्नल कियान ने कहा - 'कुछ अमेरिकी राजनेता 'बलपूर्वक' शब्द का उपयोग करने के बहुत शौकीन हैं और वे यह भूल गए हैं कि अमेरिका 'बलपूर्वक कूटनीति' का आविष्कारक है. चीन के रक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर वू कियान के हवाले से कहा गया है, 'चीन-भारत सीमा मुद्दा दोनों देशों के बीच का मामला है और दोनों पक्ष किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप का विरोध करते हैं.'

China–India relations : चीन पैंगांग झील बना रहा पुल, कई इलाकों में बस्तियां बनाने का काम भी तेज

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Pawan Singh Vs Jyoti Singh: Bihar Elections 2025 पर क्यों हो रहा पवन Vs खेसारी? | Bihar Politics
Topics mentioned in this article