वॉरेन बफे ने डोनेट किए 1.15 बिलियन डॉलर, प्रॉपर्टी बंटवारे का प्लान शेयर कर बताया कौन होगा उनका उत्तराधिकारी?

वॉरेन बफे कहते हैं, "ये वसीयतें हमारे भरोसे को दिखाती हैं. बेहद अमीर माता-पिता को अपने बच्चों के लिए इतनी संपत्ति छोड़नी चाहिए कि वे अपनी जिंदगी में कुछ कर सकें, लेकिन इतना भी नहीं छोड़ना चाहिए कि वो कुछ भी न कर सकें."

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अमेरिकी निवेशक और बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन वॉरेन बफे अपने परोपकारी कामों के लिए जाने जाते हैं.
नई दिल्ली:

अमेरिकी अरबपति और निवेशक वॉरेन बफे (Warren Buffett ) ने बर्कशायर हैथवे ( Berkshire Hathaway)के 1.15 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा के स्टॉक को 4 फैमिली फाउंडेशनों को डोनेट करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही उन्होंने अपने प्रॉपर्टी बंटवारे का प्लान भी शेयर किया है. निवेशकों को दी गई जानकारी के मुताबिक, 94 वर्षीय बफे ने 1600 बर्कशायर हैथवे क्लास A शेयरों को 2.4 मिलियन क्लास B शेयरों में कंवर्ट कर दिया है. उनकी पहली पत्नी के नाम पर शुरू सुसान थॉम्पसन बफे फाउंडेशन को 1.5 मिलियन शेयर डोनेट किए गए. जबकि, द शेरवुड फाउंडेशन, द हॉवर्ड जी. बफे फाउंडेशन और नोवो फाउंडेशन को 300,000 शेयर मिले. सभी की कीमत करीब 1.2 अरब डॉलर है. उनकी संपत्ति का बड़ा हिस्सा बच्चों के नाम पर भी जाएगा. यानी उत्तराधिकारी तीनों बच्चे ही रहेंगे.

इस डोनेशन के बाद बर्कशायर हैथवे क्लास A शेयरों में वॉरेन बफे की हिस्सेदारी 56.6% कम हो गई है. साल 2004 में बफे और उनकी पहली पत्नी सूसी के पास 508,998 क्लास A शेयर थे. सूसान की मौत के बाद उनकी संपत्ति का 96% उनके फाउंडेशन को डोनेट कर दिया गया. जबकि तीन बच्चों में से हर एक को प्रॉपर्टी के हिस्से के रूप में 10 मिलियन डॉलर मिले थे. 

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प्रॉपर्टी को लेकर बच्चों पर जताया भरोसा
2006 से बफे ने अपनी संपत्ति दान करने का फैसला किया था. उन्होंने कहा है कि बाकी बची हुई संपत्ति उनकी मृत्यु के बाद दान कर दी जाएगी।वॉरेन बफे ने कहा कि वो अपनी प्रॉपर्टी मैनेजमेंट और इसके बंटवारे के लिए अपने बच्चों पर भरोसा करते हैं. हालांकि, बढ़ती उम्र के कारण उन्होंने अपनी मौत के बाद प्रॉपर्टी डिस्ट्रिब्यूशन के लिए तीन उत्तराधिकारी ट्रस्टी नियुक्त किए हैं. बफे ने यह भी कहा कि भविष्य के फैसलों के लिए उनके बच्चों की सहमति की जरूरत होगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परोपकार के काम पर बाहरी दबावों से असर न पड़े.

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हमने बच्चों को अच्छी सीख दी
बफे ने अपने लेट में लिखा, "सुसान और मैंने लंबे समय से अपने बच्चों को छोटी-छोटी मानवहित के कामों के लिए प्रेरित किया था. हम उनके उत्साह, मेहनत और इसके नतीजों से खुश थे. पत्नी की मौत के बाद मैं बर्कशायर के शेयरों से हुई अर्निंग को संभालने के लिए तैयार नहीं था."

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बफे लिखते हैं, "मेरे बच्चे 60 और 70 की उम्र को पार कर चुके हैं. अगर वे अपने पिता की मौत के बाद भी जीवित रहते हैं, तो वे तय करेंगे कि उनकी संपत्ति कैसे दान की जाएगी. लेकिन, अगर किसी वजह से बच्चे ये काम करने में सक्षम नहीं होंगे, तो इसके लिए भी मैंने उत्तराधिकारी ट्रस्टी की नियुक्ति कर दी है." 

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वॉरेन बफे का जन्म 30 अगस्त 1930 को अमेरिका के ओमाहा शहर में हुआ था. पिता हॉवर्ड बफे स्टॉक ब्रोकर थे. बाद में वे सांसद भी बने. वॉरेन बफे ने दो शादियां की हैं. उनकी पहली पत्नी का नाम सुसान था. दोनों 1970 से ही अलग रहने लगे थे. 2004 में सुसान का निधन हो गया. फिर वॉरेन बफे ने 2006 में एस्ट्रिड मेंक्स से शादी की थी. वॉरेन बफे के 3 बच्चे हैं. सूसी, हॉवर्ड और पीटर.

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वॉरेन बफे कहते हैं, "ये वसीयतें हमारे भरोसे को दिखाती हैं. बेहद अमीर माता-पिता को अपने बच्चों के लिए इतनी संपत्ति छोड़नी चाहिए कि वे अपनी जिंदगी में कुछ कर सकें, लेकिन इतना भी नहीं छोड़ना चाहिए कि वो कुछ भी न कर सकें."


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