- बाबा वेंगा ने वर्ष 2026 में वैश्विक वित्तीय संकट और मुद्रा प्रणाली के ध्वस्त होने की भविष्यवाणी की है
- आर्थिक संकट में बैंकिंग संकट, करेंसी मूल्य में गिरावट और बाजार तरलता में कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं- वेंगा
- अर्थशास्त्रियों ने इस आर्थिक तबाही वाली भविष्यवाणी को खारिज किया है जबकि कुछ लोग मानते हैं कि संकट संभव है
बस ढाई महीने और हम नए साल यानी 2026 में प्रवेश कर जाएंगे. नया साल नई उम्मीदों को अपने साथ लाता है. लेकिन कुछ लोगों के जेहन में यह भी ख्याल आ रहा होगा कि आने वाले साल में क्या होगा. इंसान भविष्य में अपनी और अपनों की सेहत और जान के बाद किसी चीज को लेकर सबसे अधिक सजग रहता है तो वह आर्थिक स्थिती है. अब 2026 के लिए बाबा वेंगा ने आर्थिक मोर्चे पर कुछ ऐसी भविष्यवाणी की है जो एक बार को हमारे सामने डरावनी तस्वीर पेश करती है. दरअसल दुनिया में कई लोग होते हैं जो भविष्य देखने का दावा करते हैं और जब उनकी भविष्यवाणियां सही साबित होती है तो लोगों को आश्चर्य होता है. भविष्य देखने वालों में दुनिया में अभी सबसे बड़ा नाम नास्त्रेदमस को माना जाता है तो दूसरा नाम "बाल्कन की नास्त्रेदमस" कहीं जाने वालीं बाबा वेंगा का ही आता है. नास्त्रेदमस की तरह ही पहेलियों में भविष्य की झलक दिखाने वाली बाबा वेंगा ने अगले वर्ष के लिए चिंताजनक वैश्विक घटनाओं की एक श्रृंखला की भविष्यवाणी की है, जिसमें एक संभावित आर्थिक तबाही भी शामिल है जिसे उन्होंने 'कैश क्रश' करार दिया है.
लैडबाइबल की रिपोर्ट के अनुसार, बाबा वांगा ने 2026 के लिए एक चरम वैश्विक वित्तीय संकट की भविष्यवाणी की है. उनकी भविष्यवाणी है कि इस साल डिजिटल और फिजिकल, दोनों मुद्रा यानी करेंसी की प्रणाली ध्वस्त हो जाएंगी, जिससे 'कैश क्रश' हो जाएगा. इस संकट के कारण बैंकिंग संकट, करेंसी वैल्यू का कमजोर होना और बाजार में तरलता में कमी जैसी घटनाएं हो सकती हैं. एक संकट से दूसरा संकट पैदा होगा जो वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा. इसमें महंगाई, उच्च-ब्याज दरों और तकनीकी उद्योग में अस्थिरता जैसे संटक आ सकते हैं.
कहानी बाबा वेंगा की
बाबा वेंगा को "बाल्कन की नास्त्रेदमस" के रूप में जाना जाता है. बाबा बेंगा का असली नाम वांगेलिया पांडेवा दिमित्रोवा था. उनका जन्म आज के नॉर्थ मैसेडोनिया में साल 1911 में हुआ था. 12 साल की उम्र में ही एक बवंडर की वजह से उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी. उनके मानने वालों का कहना है कि इसके बाद उन्हें भविष्य देखने की शक्ति मिल गई थी. उनकी उम्र 30 की भी नहीं हुई थी कि वो भविष्यवाणियों और उपचार करने में मशहूर हो गई थीं. ख्याति भी इतनी कि आम लोग ही नहीं, बुल्गारिया के राजा बोरिस तृतीय और सोवियत नेता लियोनिद ब्रेजनेव जैसे दिग्गज भी उनसे सलाह लेने आते थे.