"अमेरिकी साजिश" पर इमरान खान के बयान का सेना प्रमुख बाजवा ने दिया जवाब, भारत से रिश्तों को लेकर रुख साफ किया

इमरान खान ने अमेरिका का नाम लिए बिना दावा किया था कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव 'विदेशी साजिश' का नतीजा है क्योंकि उनकी विदेश नीति स्वतंत्र है. बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान के चीन के साथ मजबूत संबंध हैं और चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को वो आगे बढ़ाएगा. 

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Imran Khan ने बिना नाम लिए अमेरिका पर साजिश रचने का आरोप लगाया था

इस्लामाबाद:

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (Army Chief General Qamar Javed Bajwa) ने इमरान खान का नाम लिए उनकी सरकार गिराने के पीछे अमेरिकी साजिश के आरोपों को नकार दिया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistani PMi Imran Khan) ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के जरिये सरकार गिराने को लेकर विदेशी ताकतों का हाथ बताया था और "अमेरिकी साजिश" का इशारा करते हुए हमला बोला था. इस्लामाबाद सुरक्षा वार्ता (Islamabad Security Dialogue)में शनिवार को बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान के अमेरिका के साथ लंबे और बेहतर रणनीतिक संबंध हैं. लेकिन देश 'गुटबाजी की राजनीति' में यकीन नहीं करता. पाकिस्तान के अपने सहयोगियों के साथ द्विपक्षीय संबंध अन्य देशों के साथ संबंधों पर निर्भर नहीं करते. जनरल बाजवा का ये बयान संकट में घिरे प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ रविवार के अविश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने से एक दिन पहले आया है. 

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इमरान खान ने अमेरिका का नाम लिए बिना दावा किया था कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव 'विदेशी साजिश' का नतीजा है क्योंकि उनकी विदेश नीति स्वतंत्र है. बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान के चीन के साथ मजबूत संबंध हैं और चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को वो आगे बढ़ाएगा. बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान के भारत के साथ कश्मीर (Kashmir dispute) सभी विवादों का हल शांतिपूर्ण तरीके से वार्ता और कूटनीति के जरिये निकाला जाना चाहिए. चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ ने कहा कि खाड़ी का एक तिहाई क्षेत्र युद्ध या किसी न किसी संघर्ष में फंसा हुआ है, ये हमारी जिम्मेदारी है कि इस क्षेत्र में कोई भड़काऊ स्थिति न बने. 

विदेश नीति के विशेषज्ञों के बीच बाजवा ने भारत से लंबित मुद्दों पर बातचीत की पेशकश की. उन्होंने भारत, पाकिस्तान और चीन (India, Pakistan and China) के बीच त्रिपक्षीय वार्ता की परोक्ष तौर पर पेशकश भी की. उन्होंने भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर भी चिंताजाहिर की और इसके भी वार्ता और कूटनीति से जल्द से जल्द समाधान की अपील की.

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सेना प्रमुख ने कहा कि यह मौका है, जब क्षेत्रीय देशों के राजनीतिक नेतृत्व अपने पूर्वाग्रहों से बाहर आएं और करीब तीन अरब की आबादी वाले क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता में लाने का प्रयास करें. हालांकि भारतीय नेताओं पर अड़ियल रुख अपनाने का आरोप लगाया. बाजवा ने भारत की ओर से एक मिसाइल पाकिस्तानी क्षेत्र में गिरने के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी. 

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