अर्जेंटीना (Argentina) के राष्ट्रपति पद के तत्कालीन उम्मीदवार जेवियर माइली (Javier Miley) ने पिछले साल घोषणा की थी कि वह ब्राजील या चीन के ‘साम्यावादियों से कोई समझौता' नहीं करेंगे और उन्होंने दोनों देशों के नेताओं को ‘हत्यारा और चोर' बताया था. लेकिन शुक्रवार को अब अर्जेंटीना के राष्ट्रपति बन चुके माइली स्वयं जी20 की रियो डी जेनेरियो में आयोजित बैठक में मंगलवार को चीन (China) के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (Xi Jinping) के साथ हाथ मिलाते नजर आए और एशियाई महाशक्ति के साथ व्यापार को बढ़ाने का संकल्प लिया.
माइली की चिनफिंग से मुलाकात उनके मंत्री द्वारा अर्जेंटीना से गैस का निर्यात ब्राजील को करने के लिए हुए समझौते के एक दिन बाद हुई.
जेवियर माइली ने सोमवार को देर रात विश्व नेताओं द्वारा समर्थित संयुक्त घोषणापत्र को भी स्वीकार कर लिया, जबकि इससे पहले उन्होंने जी20 के मेजबान ब्राजील के वामपंथी राष्ट्रपति लुईस इनासियो ‘लूला' दा सिल्वा की कोशिशों पर पानी फेरने की कोशिश की थी और उन्हें ‘भ्रष्ट कम्युनिस्ट' कहा था.
अर्जेंटीना ने इटली में अपने कट्टर दक्षिणपंथी सहयोगियों के अनुरूप अपनी विदेश नीति में नाटकीय रूप से परिवर्तन किया है. प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी मंगलवार को ब्यूनस आयर्स में जेवियर माइली के साथ बातचीत के लिए रवाना हुईं.
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