Apple ने मंगलवार को अपने उपकरणों के यूजर्स को टारगेट करने के लिए स्पाइवेयर निर्माता एनएसओ पर मुकदमा दायर किया और कहा कि पेगासस सर्विलेंस घोटाले को लेकर इस इजरायली फर्म को निगरानी में रखने की जरूरत है. सिलिकॉन वैली की दिग्गज कंपनी के इस मुकदमे से एनएसओ के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है. पेगासस उस रिपोर्ट को लेकर पहले से विवादों में घिरा हुआ है कि उसने हजारों कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और राजनेताओं की पेगासस स्पाइवेयर के जरिए जासूसी की थी.
अमेरिकी अधिकारियों ने कुछ हफ्ते पहले ही एनएसओ और अमेरिकी समूहों के बीच संबंधों को प्रतिबंधित कर दिया था. एप्पल ने मुकदमे की घोषणा करते हुए एक बयान में कहा, "अपने उपयोगकर्ताओं के और अधिक दुरुपयोग और नुकसान को रोकने के लिए, एप्पल एनएसओ समूह को किसी भी ऐप्पल सॉफ़्टवेयर, सेवाओं या उपकरणों का उपयोग करने से प्रतिबंधित करने के लिए स्थायी रोक लगाने की मांग कर रहा है."
एप्पल ने कहा कि "एनएसओ समूह परिष्कृत, राज्य-प्रायोजित निगरानी तकनीक बनाता है जो अपने अत्यधिक लक्षित स्पाइवेयर को अपने पीड़ितों का सर्वेक्षण करने की इजाजत देता है."
पेगासस को लेकर चिंता की लहर तब उभरी जब आईफोन निर्माता एप्पल ने सितंबर में एक कमजोरी के लिए एक फिक्स जारी किया जो स्पाइवेयर को उपयोगकर्ताओं के बिना दुर्भावनापूर्ण संदेश या लिंक पर क्लिक किए बिना उपकरणों को इनफेक्ट करने की इजाजत दे सकता है.
तथाकथित "शून्य-क्लिक" लक्षित डिवाइस को चुपचाप करप्ट करने में सक्षम है. कनाडा में एक साइबर सुरक्षा निगरानी संगठन, सिटीजन लैब के शोधकर्ताओं ने इसकी पहचान की थी.