अमेरिका ने कैरोलिना तट के पास संदिग्ध चीनी 'जासूसी गुब्बारे' को मार गिराया

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा इस मुद्दे को हल करने की कसम खाने के कुछ घंटों बाद संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया गया

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नई दिल्ली:

अमेरिका ने आज देश के पूर्वी तट पर एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया. स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी है. इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिका ने दावा किया था कि बलून उत्तरी अमेरिका के संवेदनशील सैन्य स्थलों की जासूसी कर रहा है. एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने "राष्ट्रीय सुरक्षा प्रयास" कहे जाने के बीच दिन में तीन दक्षिण-पूर्वी हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था. फॉक्स न्यूज और सीएनएन ने इस ऑपरेशन की सूचना दी.

स्थानीय मीडिया के फुटेज में एक छोटा विस्फोट दिखा, जिसके बाद गुब्बारा पानी में गिर गया.ऑपरेशन को इस तरह से प्लान किया गया था कि सारा मलबा समुद्र में गिर जाए. जितना संभव हो उतना मलबा निकालने के लिए जहाजों को तैनात किया गया था.

गुब्बारे को गिराए जाने के कुछ घंटे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुब्बारे के मामले को देखने की कसम खाई थी. पत्रकारों द्वारा चीन के साथ संबंधों और बैलून घटना पर टिप्पणी करने के लिए कहने पर बाइडेन ने संवाददाताओं से कहा, "हम इस पर ध्यान देंगे."

गुब्बारे को शुरू में 28 जनवरी को अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करते हुए देखा गया था. अंतरमहाद्वीपीय-बैलिस्टिक-मिसाइल साइलो की साइट मोंटाना पर सफेद ओर्ब टिका हुआ था.वह शनिवार को देश के उत्तरी कैरोलिना तक पहुंच गया था.

चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को पुष्टि की थी कि गुब्बारा चीन का है,लेकिन उसने कहा कि यह एक नागरिक हवाई पोत था जो जलवायु अनुसंधान कर रहा था और गलती से उड़ गया.

जमीन पर लोगों या संपत्ति को नुकसान न पहुंचे इस वजह से अमेरिकी अधिकारियों ने इसे पहले नीचे नहीं गिराया था.

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