एलियंस तो नहीं? तीन दिन में 3 फ्लाइंग ऑब्जेक्ट नष्‍ट करने पर अमेरिका के जनरल का बड़ा बयान

अमेरिका और कनाडा के आसमान में अभी तक पिछले एक सप्‍ताह में चार प्‍लाइंग ऑब्‍जेक्‍ट नजर आए हैं. इन चारों को अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने मार गिराया है. अमेरिकी लड़ाकू विमान एफ-22 ने कनाडा के हवाई क्षेत्र में रविवार को एक अज्ञात बेलनाकार वस्तु को नष्ट किया है.

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वॉशिंगटन : क्‍या अमेरिका के आसमान एलियंस नजर आ रहे हैं? अमेरिकी हवाई क्षेत्र में पिछले तीन दिनों में तीन ऐसी चीजों को देखा गया है, जिनके बारे में अभी कोई भी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है. इस बीच अमेरिकी आसमान में उड़ती हुई चीजों (फ्लाइंग ऑब्जेक्ट) ने एक तरह से एलियंस की मौजूदगी को हवा दे दी है. अमेरिकी वायुसेना के एक जनरल ने अपने देश के आसमान में एलियंस की उपस्थिति से इनकार नहीं किया है. अमेरिकी जनरल ग्लेन वानहर्क ने कहा है कि एलियंस (Aliens) या किसी और वस्तु के होने संभावना को नकारा नहीं जा सकता है.

अमेरिका और कनाडा के आसमान में अभी तक पिछले एक सप्‍ताह में चार प्‍लाइंग ऑब्‍जेक्‍ट नजर आए हैं. इन चारों को अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने मार गिराया है. अमेरिकी लड़ाकू विमान एफ-22 ने कनाडा के हवाई क्षेत्र में रविवार को एक अज्ञात बेलनाकार वस्तु को नष्ट किया है. इससे एक दिन पहले अमेरिका ने अलास्का के जल क्षेत्र के ऊपर एक अज्ञात वस्तु और एक सप्ताह पहले साउथ कैरोलाइना तट के पास एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को नष्ट किया था.

वायुसेना के उत्तरी अमेरिकी हवाई क्षेत्र की देखरेख करने वाले जनरल ग्लेन वानहर्क ने रविवार को अज्ञात वस्तु के नष्‍ट करने की एक और घटना के बाद कहा कि एलियंस या किसी अन्य वस्तु के होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. उन्‍होंने कहा, "मैं खुफिया एजेंसी और काउंटर इंटेलिजेंस को इसके बारे में पता लगाने दूंगा, मैंने किसी भी चीज से इनकार नहीं किया है. इस मसले पर हम हर संभावित खतरे का आकलन करना जारी रखेंगे. सेना तत्काल यह निर्धारित करने में असमर्थ थी कि तीन फ्लाइंग ऑब्जेक्ट कहां से उनके देश के हवाई क्षेत्र में आए. हम उन्हें ऑब्जेक्ट कह रहे हैं, गुब्बारा नहीं."

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अमेरिका ने एक सप्ताह पहले ही अटलांटिक महासागर में दक्षिण कैरोलाइना के तट के पास चीन के एक गुब्बारे को नष्ट किया था, जिसने 30 जनवरी को अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया था. पेंटागन ने कहा है कि उक्त गुब्बारा एक बड़े निगरानी कार्यक्रम का हिस्सा था जिसे चीन 'कई सालों' से चला रहा है. चीन ने स्वीकार किया है कि यह गुब्बारा उसका था लेकिन उसने इस बात से इनकार किया कि इसका मकसद जासूसी करना था. चीन का कहना है कि इसका उद्देश्य मौसम संबंधी जानकारी जुटाना था.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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