- राष्ट्रपति पुतिन ने अलास्का के फोर्ट रिचर्डसन में सोवियत सैनिकों की कब्रों पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
- ये कब्रें उन सोवियत पायलटों और नाविकों की हैं जो द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका से उपकरण लाते समय शहीद हुए.
- विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका ने लैंड लीज कार्यक्रम के तहत सोवियत संघ को हजारों विमान और युद्ध सामग्री दी थी.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुक्रवार को यूक्रेन में रूस के युद्ध को खत्म करने के लिए व्लादिमीर पुतिन से समझौता कराने में असफल रहे हैं. मीटिंग के बाद ट्रंप व्हाइट हाउस के लिए रवाना हो गए तो पुतिन मॉस्को के लिए निकल गए. लेकिन रवाना होने से पहले पुतिन ने एक ऐसा काम किया है जिसके बारे में हर कहीं बातें हो रही हैं. पुतिन ने अलास्का में सोवियत सैनिकों की कब्रों पर फूल चढ़ाए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
किनकी हैं ये कब्रें
अपने प्लेन पर चढ़ने से पहले, रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने अलास्का के एंकोरेज में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद फोर्ट रिचर्डसन मेमोरियल कब्रिस्तान में सोवियत सैनिकों की कब्रों पर पुष्प अर्पित किए. क्रेमलिन की ओर से जारी वीडियो में पुतिन को क्रॉस का चिन्ह बनाने से पहले एक कब्र पर घुटने टेकते और एक गुलदस्ता छोड़ते हुए दिखाया गया है. क्रेमलिन ने कहा कि ये कब्रें उन सोवियत पायलटों और नाविकों को श्रद्धांजलि हैं जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका से सोवियत संघ में उपकरण लाते समय शहीद हो गए थे. शिखर सम्मेलन से पहले, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा था कि पुतिन ने स्मारक स्थल का दौरा करने की योजना बनाई है.
फोर्ट रिचर्डसन में कब्रों का रखरखाव एक समर्पित खंड के हिस्से के तौर पर किया जाता है. यहां पर सफेद कब्र के पत्थरों पर हर सोवियत पायलट के नाम, रैंक और उनकी सर्विस से जुड़ीं जानकारियां दी गई हैं. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका और सोवियत संघ, नाजी जर्मनी के खिलाफ सहयोगी थे. लैंड लीज कार्यक्रम के तहत अमेरिका ने सोवियत संघ को करीब 8,000 एयरक्राफ्ट और बाकी युद्ध सामग्री प्रदान की थी.
अमेरिकी सैनिकों के साथ ट्रेनिंग
साल 1942 से 1945 तक, सोवियत पायलटों ने अलास्का के फेयरबैंक्स में अमेरिकी क्रू के साथ ट्रेनिंग ली. उसके बाद कनाडा के ऊपर से अलास्का के अंदरूनी हिस्सों में और फिर बेरिंग जलडमरूमध्य पार करके साइबेरिया तक विमानों को उड़ाया. यह रास्ता जिसे अलास्का-साइबेरिया एरियल रूट के तौर पर जाना जाता है, सोवियत संघ के फ्रंट लाइन जेट्स को पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण था. कुछ सोवियत पायलट ट्रेनिंग या फिर यात्रा के दौरान दुर्घटनाओं या खराब मौसम के कारण मारे गए. शुरुआत में फेयरबैंक्स और नोम में दफनाए गए उनके अवशेषों को 1946 में अलास्का राष्ट्रीय कब्रिस्तान के अमेरिकी प्रशासन के आदेश पर फोर्ट रिचर्डसन में फिर से दफनाया गया.
दशकों के रहे गुमनाम
दशकों तक, सोवियत पायलटों के इस कब्रिस्तान का आधिकारिक रूसी रिकॉर्ड्स में जिक्र ही नहीं था. लेकिन साल 1990 में, सोवियत वॉर लीडर्स की समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस स्थल के इतिहास की पुष्टि की. साल 2011 में, तत्कालीन रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कब्रिस्तान की निदेशक वर्जीनिया वॉकर को कब्रों के संरक्षण और उनके रखरखाव में उनकी भूमिका के लिए सम्मानित किया. यह यह जगह आज भी पुरानी स्थिति में है और हर कब्र पर अंग्रेजी और रूसी भाषा में खुदे हुए शिलालेख हैं. कुछ अलास्कावासियों के लिए ये कब्रें युद्ध के उस गठबंधन की याद दिलाती हैं, जिसने कुछ समय के लिए ही सही लेकिन अमेरिका और रूस के बीच विशाल राजनीतिक और सांस्कृतिक दूरी को खत्म कर दिया था.