अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक कल सुबह 10 बजे निर्धारित की गई है. इसमें संयुक्त राष्ट्र महासचिव परिषद को जानकारी देंगे. परिषद में भारत की अध्यक्षता में अफगानिस्तान पर यह दूसरी बैठक है. एस्टोनिया और नॉर्वे ने इस तत्काल सत्र का अनुरोध किया है. एक क्तव्य में यह भी कहा गया है कि महासचिव अफगानिस्तान पर सुरक्षा परिषद की खुली बैठक को भी संबोधित करेंगे. समाचार एजेंसी एएनआई ने यह जानकारी दी है. एजेंसियों के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNAC) एस्टोनिया और नॉर्वे के अनुरोध पर अफगानिस्तान की स्थिति पर सोमवार को आपात बैठक करेगी. सुरक्षा परिषद के राजनयिकों ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस परिषद के सदस्यों को राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद के हालात के बारे में जानकारी देंगे.
संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख ने शुक्रवार को तालिबान से अफगानिस्तान में तत्काल हमले रोकने का आग्रह किया था. उन्होंने लंबे समय से चले आ रहे गृह युद्ध को खत्म करने के लिए बातचीत करने की अपील की थी. उन्होंने इन शुरुआती संकेतों पर भी अफसोस जताया था कि तालिबान अपने नियंत्रण वाले इलाकों में विशेष रूप से महिलाओं और पत्रकारों को निशाना बनाकर कठोर पाबंदियां लगा रहा है.
अफगानिस्तान में तेजी से बदलते हालात पर "गहरी चिंता" व्यक्त करते हुए, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने रविवार को तालिबान और अन्य सभी पक्षों से "अत्यंत संयम" बरतने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि जीवन की रक्षा करें और सुनिश्चित करें कि मानवीय जरूरतों को पूरा किया जा सकता है. अफगान सरकार के गिरने और तालिबान के काबुल पर नियंत्रण समाप्त करने के कुछ घंटों बाद एक बयान में, गुटेरेस ने कहा कि संघर्ष सैकड़ों, हजारों लोगों को अपने घरों से भागने के लिए मजबूर कर रहा है. इस लड़ाई से सबसे अधिक प्रभावित समुदायों में गंभीर मानवाधिकारों के हनन और उल्लंघन की खबरें हैं.
बयान में कहा गया है कि "महासचिव विशेष रूप से महिलाओं और लड़कियों के भविष्य के बारे में चिंतित हैं, जिनके कड़ी मेहनत से प्राप्त अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए. सभी दुर्व्यवहार बंद होने चाहिए. उन्होंने तालिबान और अन्य सभी पक्षों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून, अधिकार और स्वतंत्रता से सभी लोगों का सम्मान और संरक्षण किया जाता है."
इस वक्तव्य में कहा गया है कि महासचिव अफगानिस्तान पर सुरक्षा परिषद की खुली बैठक को भी संबोधित करेंगे. इससे पहले खबर आई थी कि अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा के लिए सोमवार की सुबह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक होगी.
बयान में कहा गया है कि "संयुक्त राष्ट्र शांतिपूर्ण समाधान में योगदान देने, सभी अफगानों, विशेषकर महिलाओं और लड़कियों के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और जरूरतमंद नागरिकों को जीवन रक्षक मानवीय सहायता और महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है."