यूक्रेनी सैनिक की शोक सभा में इकट्ठा हुए थे 60 लोग, रूस के हमले में 51 की मौत

70 साल के वलोडिमिर मुखोवैती ने कहा कि रूसी हमले (Russia-Ukraine War) में मारे गए उनके बेटे का शव बिना सिर, बिना हाथ, बिना पैर के पाया गया, उन्होंने उसकी पहचान उसके दस्तावेजों से की.

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यूक्रेन में रूस के हमले में 51 लोगों की मौत

रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से चल रहा युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. उत्तर-पूर्वी यूक्रेन में गुरुवार को रूस ने एक बार फिर से हमला कर दिया. इस हमले (Russia-Ukraine War) में यूक्रेन के करीब 51 लोगों की मौत हो गई. ये लोग मारे गए यूक्रेनी सैनिक के लिए रखी गई शोक सभा के लिए  खार्किव के ग्रोज़ा गांव के एक कैफे में इकट्ठा हुए थे. इस गांव की आबादी 330 लोगों की है. रूस के हमले में इमारत की दुकान में मौजूद सभी लोगों की मौत हो गई.यूक्रेनी मीडिया के हवाले से क्षेत्रीय असेंबली के एक प्रवक्ता ने कहा कि 24 फरवरी, 2022 को रूसी हमले की शुरुआत के बाद से यह सबसे घातक हमला था. न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक जब उनके पत्रकार घटनास्थल पर पहुंचे तो खंडहरों के सामने जमीन पर क्षत-विक्षत शव पड़े हुए थे.

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रूसी हमले में बेटे को खोने वाले पिता का दर्द

पुलिस और सैनिकों अज्ञात शवों ट्रकों में रखकर खार्किव ले जाएंगे, जहां फोरेंसिक विशेषज्ञ उनका डीएनए चेक करेंगे. 70 साल के वलोडिमिर मुखोवैती ने एएफपी को बताया कि उनके बेटे का शव बिना सिर, बिना हाथ, बिना पैर के पाया गया, उन्होंने अपने बेटे को उसके दस्तावेजों से पहचाना. उनकी पत्नी और बहू भी सैनिक की मौत पर शोक जताने के लिए दूसरे लोगों के साथ इकट्ठा हुई थीं. मौके पर राहत-बचावकर्मियों को देखकर उनमें दोनों के जिंदा मिलने की कुछ उम्मीद जागी. 

हमले में एक बच्चे सहित 51 लोगों की मौत

वलोडिमिर मुखोवैती ने कहा कि उन्होंने अपनी पत्नी के साथ जीवन के 48 साल गुजारे हैं, वह ज्यादा समय तक अकेले नहीं रह पाएंगे. रूसी हमले की वजह से  हुई 51 मौतों पर यूक्रेन के आंतरिक मंत्री इगोर क्लिमेंको ने कहा कि मरने वालों में एक छह साल का बच्चा भी शामिल था. उन्होंने बताया कि सौनिक की मौत पर शोक जताने के लिए कुछ 60 लोग इकट्ठा हुए थे.

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यूक्रेन के गांव पर फिर से कब्जा करने की कोशिश

बता दें कि ग्रोज़ा, कुपियांस्क के सीमावर्ती शहर से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है. इस इलाके में पिछले साल रूसी सेना यूक्रेनी सैनिकों से हार गई थी. अब वह फिर से इस क्षेत्र पर कब्ज़ा करने पर जोर दे रही है.क्लिमेंको ने कहा कि शुरुआती सबूतों से पता चलता है कि हमले के लिए इस्कंदर मिसाइल का इस्तेमाल किया गया था. वहीं यूक्रेन के  राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमला जानबूझकर किया गया था.
 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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