पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान ( Imran Khan) के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भले ही कुछ दिनों के लिए टल गया हो, लेकिन उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. पाकिस्तानी मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि इमरान खान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ पार्टी के 50 मंत्री (संघीय और प्रांतीय सरकारों के) लापता हैं. उन्हें लंबे समय से सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा गया है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि 25 संघीय और प्रांतीय सरकारों के करीब 25 सलाहकार भी नजर नहीं आए हैं. हालांकि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान अभी भी ज्यादातर मंत्रियों के समर्थन होने का दावा कर हैं. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, फवाद चौधरी, ऊर्जा मंत्री हमाद अजहर जैसे कई मंत्री उनके साथ देखे जा सकते हैं.
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इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव 28 मार्च तक टाल दिया गया है. इस बीच, एआरवाई सूत्रों का कहना है कि मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान के प्रतिनिधि आज इमरान खान से मुलाकात करने वाले हैं. ये पार्टी इमरान की सरकार का समर्थन कर रही है. उधर, पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने कहा है कि उन्होंने इमरान खान को बजट पेश करने के बाद चुनाव कराने की सलाह दी है. इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किये जाने के बाद उनकी लोकप्रियता बढ़ी है.
राशिद ने कहा कि इसे सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के रुख के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. एक सप्ताह में यह दूसरी बार है जब राशिद ने चल रहे राजनीतिक संकट को खत्म करने के लिए मध्यावधि चुनाव की वकालत की है.वैसे अगला आम चुनाव 2023 में होना है. राशिद ने कहा कि प्रधानमंत्री खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तीन या चार अप्रैल को मतदान हो सकता है. अविश्वास प्रस्ताव 28 मार्च को नेशनल असेंबली में पेश किया जाएगा.
मतदान प्रस्ताव पेश होने के तीन से सात दिनों के बीच होता है. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का महत्वपूर्ण सत्र प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किए बिना ही शुक्रवार को स्थगित कर दिया गया था.नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद खयाल जमां के निधन के चलते सत्र को 28 मार्च शाम तक स्थगित किया जाता है.