सीरिया में अमेरिकी सैन्य अड्डे पर इराक से दागे गए 5 रॉकेट: रिपोर्ट

यह हमला इराकी प्रधान मंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी के अमेरिका की यात्रा से लौटने और व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात के एक दिन बाद हुआ है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

रविवार को इराक के जुम्मर शहर से उत्तरपूर्वी सीरिया में अमेरिकी सैन्य अड्डे (US Military Base) की ओर कम से कम 5 रॉकेट दागे गए. इस बारे में दो इराकी सुरक्षा सूत्रों ने रॉयटर्स को जानकारी मुहैया कराई. अमेरिकी सेना के खिलाफ फरवरी की शुरुआत के बाद ये पहला हमला है, जब इराक में ईरानी समर्थित समूहों ने अमेरिकी सैनिकों (US Troops) के खिलाफ अपने हमले रोक दिए थे. यह हमला इराकी प्रधान मंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी के अमेरिका की यात्रा से लौटने और व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात के एक दिन बाद हुआ है.

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक दो सुरक्षा सूत्रों और एक वरिष्ठ सेना अधिकारी ने कहा कि एक छोटे ट्रक के पीछे लगा एक रॉकेट लॉन्चर सीरिया के सीमावर्ती शहर ज़ुम्मर में तैनात किया गया था. सैन्य अधिकारी ने कहा कि जिस समय विमान आसमान में थे, उसी समय बिना दागे रॉकेटों से हुए विस्फोट के साथ ट्रक में आग लग गई. घटना की संवेदनशीलता के कारण नाम न छापने की शर्त पर एक सैन्य अधिकारी ने कहा, "जब तक हम इसकी जांच नहीं करते, हम पुष्टि नहीं कर सकते कि ट्रक पर अमेरिकी विमानों द्वारा बमबारी की गई थी."

ज़ुम्मर शहर में स्थित एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा, इराकी सुरक्षा बलों को क्षेत्र में तैनात किया गया था और उन अपराधियों की तलाश शुरू कर दी गई थी जो दूसरे वाहन का उपयोग करके क्षेत्र से भाग गए थे. सुरक्षा सूचना प्रसारित करने के लिए जिम्मेदार एक आधिकारिक निकाय, इराकी सुरक्षा मेडिका सेल ने एक बयान में कहा कि इराकी बलों ने सीरियाई सीमा के पास अपराधियों को निशाना बनाते हुए बड़ा तलाशी अभियान शुरू किया था, और उन्हें न्याय दिलाने का वादा किया था.

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सेना के एक अधिकारी ने कहा कि ट्रक को आगे की जांच के लिए जब्त कर लिया गया है और प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह हवाई हमले से नष्ट हो गया. अधिकारी ने कहा, "हम इस हमले पर जानकारी साझा करने के लिए इराक में गठबंधन बलों के साथ संवाद कर रहे हैं." ये हमले इराक में एक सैन्य अड्डे पर शनिवार तड़के हुए एक बड़े विस्फोट के एक दिन बाद हुए, जिसमें इराकी सुरक्षा बल के एक सदस्य की मौत हो गई, जिसमें ईरान समर्थित समूह भी शामिल थे.

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