खामेनेई के बाद कौन...ये हैं ईरान के वो 4 नाम जो संभाल सकते हैं सुप्रीम लीडर की कुर्सी 

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू पहले ही कह चुके हैं कि सिर्फ खामेनेई का अंत ही इस युद्ध और ईरान के साथ चली आ रही दशकों पुरानी दुश्‍मनी को खत्‍म कर सकता है.

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तेहरान:

ईरान-इजरायल की जंग में उस समय एक बड़ा मोड़ आया, जब अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने कहा कि उन्‍हें मालूम है कि ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्‍ला अली खामेनेई कहां छिपे हैं? इस बीच ईरान के निर्वासित क्राउन प्रिंस रेजा पहलवी ने खामेनेई को कहा ' वह एक डरा हुआ चूहा जो छिप गया है'.  इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू पहले ही कह चुके हैं कि सिर्फ खामेनेई का अंत ही इस युद्ध और ईरान के साथ चली आ रही दशकों पुरानी दुश्‍मनी को खत्‍म कर सकता है. वहीं खामेनेई इस बात को नहीं मानते हैं कि इजरायल उनके देश के सामने खतरा पैदा कर सकता है. लेकिन अगर नेतन्‍याहू की बात सही साबित हो गई या फिर खामेनेई को कुछ हो गया या फिर ईरान जंग हार गया तो फिर उनके बाद ईरान में उनका उत्‍तराधिकारी कौन होगा, इस पर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं. एक नजर डालिए कि वो पांच लोग कौन हैं जो खामेनेई के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर की कुर्सी संभाल सकते हैं. 

मोजतबा खामेनेई

मोजतबर खामेनेई, अयातुल्‍ला खामेनेई के दूसरे बेटे हैं और इस बात की संभावनाएं काफी ज्‍यादा हैं कि वह ही सुप्रीम लीडर के उत्‍तराधिकारी होंगे. साल 1969 में जन्‍में मोजतबा, इस्‍लामिक रेवॉल्‍यूशनरी गार्ड कोर (आईआरजीसी) में काफी दखल रखते हैं और साथ ही वह ईरान के प्रशासनिक कामों में भी उनका हस्‍तक्षेप काफी ज्‍यादा है. मोजतबा वर्तमान में एक मध्यम श्रेणी के मौलवी हैं जिनका देश के प्रशासन में मजबूत प्रभाव है. 

अलीरेजा अराफी

अलीरेजा अराफी, खामेनेई के बेहद भरोसेमंद सहयोगी हैं. अराफी असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स के डिप्टी चेयरमैन, गार्जियन काउंसिल के सदस्य और कोम में शुक्रवार की नमाज के नेता समेत कई अहम पदों पर हैं. ईरान की सत्ता संरचना के बारे में उनका ज्ञान और समझ काफी अच्छी है. 

अली असगर हेजाजी

अली असगर हेजाजी खामेनेई के ऑफिस में राजनीतिक सुरक्षा मामलों की देखभाल करते हैं. प्रशासन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाने जाने वाले, वह ईरान की खुफिया जानकारी को संभालते रहे हैं. साथ ही रक्षा और रणनीति के मामले में निर्णय लेने में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं. 

मोहम्मद गोलपायेगनी 

लंबे समय से खामेनेई के ऑफिस में चीफ ऑफ स्टाफ के पद हैं और उनके सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में से एक हैं. खामेनेई के बेहद भरोसेमंद माने जाने वाले गोलपायेगनी को ईरानी के सरकारी कामकाज की काफी अच्‍छी जानकारी है. 

कैसे चुना जाता है सुप्रीम लीडर 

ईरान का संविधान विशेषज्ञों की सभा को उत्तराधिकार की शक्ति देता है. देश के सीनियर मौलवियों की 88 सदस्‍यों वाली टीम, चुपचाप विचार-विमर्श करती है. हर 8 साल में संविधान सभा सुप्रीम लीडर का चुनाव करती है. हालांकि खामेनेई साल 1989 से ईरान के सुप्रीम लीडर हैं और वह देश के दूसरे सर्वोच्‍च नेता हैं. इसके अलावा वह देश के तीसरे राष्‍ट्रपति भी रहे हैं. 
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