वैज्ञानिकों को मिला 380 मिलियन साल पुराना मछली का दिल, "खूबसूरत तरीके से है संरक्षित"

यह अवशेष एक ऐसी मछली का है जो 258 मिलियन साल पहले लुप्त हो गई थी. यह जीवाश्म जबड़े वाली मछली के मौजूदा अवशेषों में सबसे पुराना है.  

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करोड़ों साल पुराना मछली का यह जीवाश्म बेहद खूबसूरती से संरक्षित है

ऑस्ट्रेलिया (Australia) में वैज्ञानिकों को 380 मिलियन साल पुराना मछली के दिल का अवशेष मिला है. सीनेट की रिपोर्ट के अनुसार, यह खोज कर्टिन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक ऐसे जीवों के बारे में कर रहे हैं जो जबड़े और रीढ़ वाले जीवों के विकास की कहानी बाताएंगे. इस अवशेष में पेट, अंतड़ियां और लिवर भी शामिल है. यह अंग शार्क की आंतरिक संरचना से मेल खाते हैं.  इस खोज के बारे में साइंस पत्रिका में प्रकाशित किया गया था. सीनेट रिपोर्ट ने कहा कि यह हृदय आर्थियोडायर (arthrodire) परिवार की मछली का है जो 258 मिलियन साल पहले लुप्त हो गई थी. यह जीवाश्म जबड़े वाली मछली के मौजूदा अवशेषों में सबसे पुराना है.  

यह दिल  S-आकार का है और इसमें दो चैंबर हैं. इसके कारण शोधकर्ता इस मछली और आधुनिक शार्क के बीच समानताएं खोज रहे हैं.  

सीनेट ने कर्टिन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर केट ट्रिनाज्स्टिक के हवाले से लिखा, " विकास कई बार छोटे-छोटे कदमों की एक श्रंखला होता है लेकिन यह प्राचीन अवशेष दिखाते हैं कि बिना जबड़े और जबड़े वाले जानवरों के बीच काफी लंबा अंतर था.  इन मछलियों का दिल सच में उनके मुंह में था जो उनके गिल्स के नीचे था- जैसा कि आज शार्क के मामले में होता है."

द इंडीपेंडेंट के अनुसार, यह अवशेष पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के गोगो फॉर्मेशन में पाए गए जो किंबरले क्षेत्र में पड़ता है. यह रीफ अपने विशिष्ट पेड़ पौधों के अवशेषों के लिए जाना जाता है.  

फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जॉन लॉन्ग कहते हैं - यह किसी जीवाश्म विज्ञानी के सपने जैसी चीज़ है." 
 

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