एक खत ने सुलझाई 34 साल पुरानी हत्या की गुत्थी, लेकिन पुलिस हत्यारे को नहीं दे पाएगी सज़ा, ये है वजह

इस हत्या (Homicide) के बारे में जानकारी देने के लिए एक खत दशकों पहले स्थानीय अखबार को भेजा गया था. इसी खत ने पुलिस को हत्यारे तक पहुंचाया. हत्यारे की पहचान स्कॉट ग्रिम (Scott Grim) के तौर पर हुई है.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
अमेरिकी पुलिस ने DNA तकनीक से सुलझाया 1988 में हुई हत्या का मामला ( प्रतीकात्मक तस्वीर)

अमेरिका (US) में पुलिस ने डीएनए (DNA) तकनीक के ज़रिए एक 34 साल पुरानी क्राइम गुत्थी (Crime Case) को सुलझा लिया है. एनबीसी न्यूज़ के मुताबिक  साल 1988 में 23 अक्टूबर को 26 साल की एना काने (Anna Kane) की गला घोंट कर हत्या की गई थी और उनका शव पेरी टाउनशिप में बाहरी इलाके में मिला था. यह हत्या किसने की, इसे लेकर पुलिस कोई सुराग नहीं मिला था लेकिन 34 साल बाद डीएनए तकनीक से एना काने के हत्यारे तक पुलिस पहुंच पाई. इस हत्या के बारे में जानकारी देने के लिए एक खत दशकों पहले स्थानीय अखबार को भेजा गया था. इसी खत ने पुलिस को हत्यारे तक पहुंचाया. हत्यारे की पहचान स्कॉट ग्रिम (Scott Grim) के तौर पर हुई है.

याहू न्यूज़ के अनुसार,  " फॉरेंसिक पैथोलॉजिस्ट डॉ नील की के मुताबिक केन को रस्सी ने गला घोंट कर मारा गया था.  और उसके चेहरे पर चोट के कई निशान थे."

अधिकारियों के अनुसार, केन को शव मिलने से 12 घंटे पहले मारा गया था और उसकी हत्या कहीं और हुई थी. सबूतों के अनुसार, केन के कपड़े गीले नहीं थे जबकि शव मिलने के स्थान पर पिछली रात आंधी-तूफान के साथ बारिश आई थी. 

Advertisement

एनबीसी न्यूज़ के अनुसार,  बर्क्स काउंडी डिस्ट्रिक्ट के अटॉर्नी जॉन एडम्स ने एक प्रेस-कॉन्फ्रेंस में बताया कि हत्या के बाद काने के कपड़ों से डीएनए सबूत इकठ्ठा किए गए थे.  जब उन्हें टेस्ट किया गया तो इसमें एक पुरुष का डीएनए प्रोफाइल मिला, लेकिन इसका मैच किसी से नहीं मिला.  

Advertisement

फरवरी 1990 में रीडिंग ईगल नाम के एक स्थानीय न्यूज़पेपर को एक गुमनाम खत मिला था जिसे एक "चिंतित नागरिक" ने लिखा था. उसने कहा था कि उसके पास इस हत्या के बारे में बहुत सी जानकारी है.  

Advertisement

पेनसिलवेनिया पुलिस के डेनियन वूमर ने कहा, " इसी से जांचकर्ताओं को यह विश्वास हो गया कि जिसने यह खत लिखा है, उसी ने यह हत्या की है. " 

Advertisement

इस खत को लार से चिपका कर सील किया गया था. इस लार के नमूने को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया. आखिरकार यह केन के कपड़ों से मिले DNA profile से मैच कर गया.  

इस साल DNA profile की जेनेटिक जीनोलॉजी टेस्टिंग पैराबोन नैनोलैब ने पूरी की. इसकी मदद से केस हल करने में मदद मिली.  

हालांकि स्कॉट ग्रिम कभी अदालत का सामना नहीं करेगा क्योंकि 2018 में उसकी 58 साल की उम्र में प्राकृतिक कारणों से मौत हो गई. केन की हत्या के समय वो 26 साल का रहा होगा. 

Featured Video Of The Day
Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली के युवाओं की नज़र में AAP Pass या Fail? | Delhi Yuva Sabha