इजरायल-ईरान संघर्ष के बीच भारत ने ईरान से 110 छात्रों को सुरक्षित निकालकर आर्मेनिया लाया है. छात्रों को अगले दिन दिल्ली लाने की तैयारी है. भारत ने ईरान में संकट से निपटने के लिए 24x7 कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन स्थापित की है.
इजरायल-ईरान जंग के बीच भारत ने ईरान से अपने छात्रों को निकालना शुरू कर दिया है. भारत की पहल से ईरान के उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे लगभग 110 भारतीय छात्रों को सुरक्षित रूप से आर्मेनिया में लाया गया है. उनके 12 या 1 बजे तक आर्मेनिया की राजधानी येरेवन पहुंचने की उम्मीद है. इसके बाद आर्मेनिया से उन्हें भारत लाया जाएगा. उनकी दिल्ली के लिए फ्लाइट कल यानी बुधवार, 18 जून के लिए निर्धारित है.
ट्रंप के बयान से बढ़ी चिंता
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कनाडा में जारी G7 शिखर सम्मेलन के खत्म होने से एक दिन पहले ही वाशिंगटन वापस चले गए. इसके साथ ही ट्रंप ने ईरान की जनता को तेहरान खाली करने की चेतावनी भी दी. इससे यह संदेश गया कि निकट भविष्य में ईरान और खासकर तेहरान में शांति की गुंजाइश बहुत कम है. भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरान और इजराइल में चल रहे घटनाक्रम के मद्देनजर मंत्रालय में 24x7 नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) स्थापित किया गया है.
बयान में कंट्रोल रूम के नंबर दिए गए हैं- 1800118797 (टोल-फ्री), +91-11-23012113, +91-11-23014104 और +91-11-23017905. इसके अलावा एक व्हाट्सएप नंबर +91-9968291988 और एक इमेल आईडी situationroom@mea.gov.in दिया गया है.
"केवल कॉल के लिए: +98 9128109115, +98 9128109109; व्हाट्सएप के लिए: +98 901044557, +98 9015993320, +91 8086871709, बंदर अब्बास: +98 9177699036, ज़ाहेदान: +98 9396356649”.
गौरतलब है कि इजराइल ने शुक्रवार तड़के ईरान पर हमला कर उसके परमाणु, मिसाइल और सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया. इस मिलिट्री ऑपरेशन को उसने 'राइजिंग लायन' नाम दिया. इसके बाद में ईरान ने इजरायल पर जवाबी हमले शुरू कर दिए और दोनों देश के बीच एक्टिव वॉर शुरू हो गया. इससे पहले, ईरान में सभी भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के व्यक्तियों से सतर्क रहने, सभी अनावश्यक गतिविधियों से बचने, दूतावास के सोशल मीडिया अकाउंट्स को फॉलो करने और स्थानीय अधिकारियों की सलाह के अनुसार सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का अनुरोध किया गया था.