आज प्याज के दाम एक बार फिर उबाल पर हैं. कहीं कहीं 80 रुपये किलो पर भी बिक रहा है. थोक भाव 40 रुपये प्रति किलो पहुंच रहा है. हालांकि दामों पर लगाम के लिए सरकार ने इनके निर्यात पर रोक लगा दी है. लेकिन सोचने वाली बात ये है कि ये वही प्याज है, जो इसी साल जनवरी में महाराष्ट्र के लासलगांव में 4-10 रुपये प्रति किलो बिक रहा था. सरकार अगर तब हरकत में आ जाती तो प्याज को सहेजा जा सकता था. खैर तब भी किसानों को नुकसान हो रहा था और अब भी. महाराष्ट्र के national horticulture research and development foundation के अनुसार किसान के लिए प्याज उगाने की लागत 9-10 रुपये की है. अब ऐसे में सवाल उठ रहा है कि प्याज के दामों में उबाल पर समय रहते सरकारें कदम क्यों नहीं उठाती?