Chhattisgarh News: यूं तो मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना लेकिन धर्म बदलते ही लोगों की नजरें बदल जाती है। आज हम आपको छत्तीसगढ़ के बस्तर में ले चलते हैं जहां एक पादरी को मरने के बाद उसके गांव में दफ्न होने के लिए दो गज जमीन भी नहीं मिली। अब ये मामला बस्तर के एक छोटे से गांव से होकर देश की सबसे बड़ी अदालत तक पहुंच चुकी है। रमेश बघेल के पिता ने चार पांच दशक पहले धर्म परिवर्तन किया था और हिंदू से ईसाई बन गए थे। लेकिन आज उनका ईसाई होना कैसे परिवार के लिए त्रासदी बन गया है, उसको समझने के लिए देखिए हमारे सहयोगी अनुराग द्वारी की स्पेशल ग्राउंड रिपोर्ट।