कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों के हत्यारे विकास दुबे के खिलाफ 60 आपराधिक मामले दर्ज हैं. विकास का आतंक यह था कि उसके खिलाफ कोई गवाही तक देने को तैयार नहीं होता था. उसके अपराध के ग्राफ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने थाने में घुसकर मंत्री को गोली मारने जैसा अपराध भी किया था.