सुषमा स्वराज उन चुनिंदा नेताओं में से एक थीं जिन्होंने सही मायने में आम जनता के बीच अपनी पहुंच बनाई. अपने विदेश मंत्री रहते हुए महज एक ट्वीट पर दुनिया के किसी भी कोने में बैठे भारतीय की मदद को तैयार रहतीं थी. मंगलवार रात दिल का दौड़ा पड़ने से उनका 67 वर्ष की आयु में निधन हो गया था. मंगलवार रात ही तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था. आज पक्ष-विपक्ष में उन्हीं आम लोगों से सुषमा जी के व्यक्तित्व के बारे में चर्चा कर रहे हैं, जिनसे वे ताउम्र जुड़ी रहीं.