देश के एक प्रखर नेता, एक बेहतरीन रणनीतिकार, बीजेपी के संकट मोचक, एक तेज़-तर्रार वक़ील, देश के रक्षा और वित्त मंत्री के अलावा राज्यसभा में बीजेपी संसदीय दल के नेता रहे अरुण जेटली अब हमारे बीच नहीं रहे. बीजेपी ने इसी अगस्त महीने में दो दिग्गज और बेहतरीन नेताओं को खो दिया. 6 अगस्त को सुषमा स्वराज का निधन और 9 अगस्त से दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज करा रहे अरुण जेटली के सुनहरे राजनीतिक जीवन पर वक़्त से पहले विराम लग गया. रविवार की दोपहर निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. खुद प्रधानमत्री और अमित शाह ने जेटली के जाने को अपनी निजी क्षति बताया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत देश की तमाम बड़ी हस्तियां उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दे रही हैं. और देश उनके कृतित्व को याद कर रहा है.