मोदी सरकार का पांचवा बजट पेश हो गया. आप इस और पहले के सभी बजट को सामने रखते हुए 2014 के बाद आई सरकार की आर्थिक नीतियों, प्रगतियों और नतीजों का मूल्यांकन कर सकते हैं. बताया जाता है कि मिडिल क्लास खुश नहीं है क्योंकि टैक्स में छूट नहीं मिली, शेयर मार्केट से कमाई पर टैक्स लगेगा. बहुत से लोग हिन्दू बिजनेस लाइन की खबर शेयर कर रहे हैं, 20 अप्रैल 2014 की, तब विपक्ष के नेता के तौर पर अरुण जेटली ने मांग की थी कि आयकर सीमा दो लाख से बढ़ाकर पांच लाख कर देनी चाहिए. यानी जिसकी कमाई सालाना पांच लाख हो उसी से टैक्स लेने की शुरुआत हो. हर बजट में मिडिल क्लास उस स्टोरी को पढ़ता है और फिर भूल जाता है. मोदी सरकार के पांचवे बजट के साथ यह स्टोरी एक्सपायर हो गई. (वीडियो सौजन्य : लोकसभा टीवी)