पश्चिम बंगाल में वैसे तो मुख्य मुकाबला टीएमसी-बीजेपी के बीच है. लेकिन इनके बीच भी लेफ्ट पार्टियां अपनी उपस्थिति दर्ज कराने से नहीं चूक रही हैं. सीपीएम ने रणनीति के तहत ढेरों युवाओं को मैदान में उतारा है. लेफ्ट की उम्मीदवार दीप्सिता ने NDTV से कहा, “जब उम्मीदवार के रूप में मेरे नाम अनाउंस किया गया, पहले तो मैं डरी, क्योंकि ये मेरा पहला चुनाव है. इससे पहले हम लोग चुनाव लड़े हैं लेकिन कॉलेज के अंदर, कैंपस के अंदर जेएनयू के अंदर. मैं बहुत ज्यादा कॉन्फीडेंट नहीं थी, थोड़ा डर लग रहा था कि नए माहौल में नए तरीके से कैसे कर पाएंगे.”