एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोविड की पहली और दूसरी लहर के बीच बहुत कुछ सीखने को मिला है जो हमें बाद की लहरों को रोकने में मदद कर सकता है, क्योंकि अब हम जानते हैं कि COVID उपयुक्त व्यवहार हमें वायरस के उभरते हुए स्वरूपों और म्यूटेंट से बचा सकते हैं. इसलिए शारीरिक दूरी बनाए रखें, मास्क पहनें, हाथ धोएं और भीड़-भाड़ से बचें ताकि सुपर स्प्रेडर की घटनाओं को रोका जा सके और वायरस को फैलने न दिया जाए. डॉ गुलेरिया के अनुसार इस वायरस का मानव से मानव में संचरण होता है और इसके फैलने का कोई अन्य तरीका नहीं है, इसलिए लोगों को आगे आना चाहिए और टीका लगवाना चाहिए. जितने अधिक लोगों का टीकाकरण होगा, उससे वायरस के संचरण की संभावना उतनी कम होगी. वायरल रिप्लीकेशन और म्युटेंट विकसित हो रहे हैं, और इसलिए महामारी से उबरने और तीसरी लहर को टालने के लिए यही उपाय अपनाने की आवश्यकता है.